उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
उत्तराखंड के एक गांव ने प्रधान का अनोखा चुनाव कराया। गांव में ही एक शिक्षक की निगरानी में 10 लोगों की चुनाव टीम बनाई। अपने खर्चे से बैलेट छपवाए और घर-घर लोगों के वोट डलवाए।त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीख भले ही 25 जुलाई हो, लेकिन रामबाग गांव के ग्रामीणों ने विकास के लिए एक अनोखी प्रक्रिया अपनाई। गांव के एक शिक्षक के दिशा-निर्देश पर 10 सदस्यीय चुनाव टीम का गठन किया गया। ग्रामीणों ने अपने खर्चे से बैलट पेपर छपवाए। इसके बाद जनमत तैयार करने के लिए लोगों से घर-घर जाकर मत डलवाए। इसके बाद दो में से एक दावेदार को चुनकर उसे ही चुनाव लड़वाने का फैसला कर नामांकन कराया गया। उसका अब निर्विरोध निर्वाचित होना तय है।चुनाव की अनोखी प्रक्रिया ,गदरपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत चंदन नगर ग्राम सभा के गांव रामबाग के लोगों ने ग्राम प्रधान चुनाव को लेकर एक अनोखी प्रक्रिया अपनाई है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान की दावेदारी कर रहे दो दावेदारों में से एक ही चुनाव लड़े, इसके लिए लोगों के बीच जनमत कराया। गांव के शिक्षक नित्यानंद मंडल के दिशा-निर्देश पर 10 लोगों की चुनाव टीम का गठन किया गया। इसमें ग्रामीणों के खर्चे से बाकायदा बैलट पेपर छपवाए गए। इसके बाद चुनाव संचालन टीम के सदस्यों ने घर-घर जाकर परिवार के मुखिया का मत पेटी में डलवाया। मत डलवाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मतपेटी को सील कर दिया गया। चाबी तालाब में फेंककर मतपेटी को रामबाग गांव में स्थित गोविंद मंदिर में रख दिया गया।जनमत से लिया फैसला नामांकन प्रक्रिया के दिन दोनों दावेदारों और सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में मतपेटी को खोला गया। इसमें एक दावेदार को 119 और दूसरे को 243 मत मिले। जिस दावेदार को ज्यादा मत मिले, उसे ही ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ाने का फैसला लिया गया। दूसरे दावेदार ने भी गांव के जनमत के फैसले का सम्मान कर दूसरे दावेदार को समर्थन दिया। शिक्षक नित्यानंद मंडल ने बताया कि जनमत के अनुसार अब हमारे गांव से एक ही दावेदार मैदान में रहेगा। उनका ही नामांकन पूरे गांव के लोगों ने गाजे-बाजे संग गदरपुर ब्लॉक में कराया है।
