उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यालय में दल के संस्थापक सदस्य एवं प्रथम अध्यक्ष स्वर्गीय डीडी पंत के 106 वे जन्म दिवस पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। तत्पश्चात एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने अपने-अपने वक्तव्य में कहा कि किस प्रकार से स्वर्गीय पंत जो की वैज्ञानिक पृष्ठभूमि से थे उन्होंने पृथक उत्तराखंड राज्य की एक परिकल्पना सोची थी। इसी के चलते उत्तराखंड क्रांति दल की स्थापना की गई, किंतु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आज 24 वर्ष के पश्चात भी देवभूमि उत्तराखंड के लिए जो परिकल्पना बनाई गई थी वह धरातल पर नहीं उतर पाई। दोनों राष्ट्रीय दलों ने इस राज्य को तथा यहां के संसाधनों का दोहन किया है तथा राज्य की भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाने का कार्य किया है। आगे दल के वरिष्ठ सदस्य चंद्रशेखर कापडी जी ने कहा की उत्तराखंड क्रांति दल ने पृथक राज्य के आंदोलन को आगे बढ़कर यह राज्य प्राप्त किया है तथा उत्तराखंड क्रांति दल ही इस राज्य की तथा यहां यहां के मूल निवासियों के अधिकारों की बात कर सकता है। आगे केंद्रीय महामंत्री किरन रावत ने कहा उत्तराखंड क्रांति दल एक बार फिर से पृथक राज्य आंदोलन की तर्ज पर *उत्तराखंड राज्य बचाओ आंदोलन * करने के लिए तैयार है चाहे इसके लिए हमें कोई भी कीमत चुकानी पड़े, किंतु राज्य बचाने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। क्योंकि यह राज्य हमने बाहरी लोगों के लिए नहीं मांगा था। यह राज्य हमने यहां के मूल निवासियों के लिए मांगा था उनके विकास के लिए उनके अधिकारों के लिए मांगा था। कार्यक्रम में केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवान, महानगर अध्यक्ष विजेंद्र सिंह रावत, लटाफट हुसैन, गौरव सिंह, अशोक सिंह नेगी शहीद कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
साथ ही आज उत्तराखंड क्रांति दल के सैनिक प्रकोष्ठ द्वारा देवभूमि ब्लड बैंक नेहरू कॉलोनी में धरlली उत्तरकाशी में आई आपदा प्रभावितों के लिए रक्तदान शिविर लगाया गया, सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चंद्र मोहन गढ़िया जी ने कहा कि जिस प्रकार से एक सैनिक सरहद पर अपने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देता है उसी प्रकार अपने राज्य में आपदा की स्थिति आने पर एक सैनिक कंधे से कंधा मिलने को तैयार रहता है। रक्तदान शिविर में कई पूर्व सैनिकों सहित आम जनता ने भी रक्तदान किया। जिसमें संगठन के महामंत्री सुनील कोटनाला, कुशाल सिंह गढ़िया, वीर सिंह पवार, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी देवचंद उत्तराखंडी,पंडित बिहारी लाल जगूड़ी, पूजा गुलाटी, नैना लखेरा, वीरेंद्र रावत ,सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
