उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
प्रबंधन अध्ययन विभाग, ग्राफिक एरा डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, देहरादून द्वारा,भारतीय विश्वविद्यालय संघ – शैक्षणिक एवं प्रशासनिक विकास केंद्र (एआईयू – एएडीसी) के सहयोग से आयोजित पाँच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफ़.डी.पी.) का समापन 30 मई 2025 को हुआ। कार्यक्रम का अंतिम दिन शोध कार्य में डिजिटल उपकरणों के उपयोग और समापन समारोह को समर्पित रहा।
दिन की शुरुआत “गुणात्मक शोध में मैक्सक्यूडीए और ऑरेंज सॉफ्टवेयर का उपयोग” विषय पर एक विशेष सत्र से हुई, जिसका संचालन डॉ. अजय कुमार चौहान, संस्थापक, सिक्स्थक्यू रिसर्च और शोध उपकरणों के विशेषज्ञ ने किया। उन्होंने मैक्सक्यूडीए सॉफ़्टवेयर के माध्यम से कोडिंग, प्रतिलिपिकरण (ट्रांसक्रिप्शन) और दृश्य विश्लेषण (विज़ुअल एनालिसिस) की क्षमताओं का सजीव प्रदर्शन किया। यह सत्र गुणात्मक और मिश्रित पद्धति (मिक्स्ड मेथड) आधारित शोध में तकनीकी दक्षता बढ़ाने पर केंद्रित रहा।
इसके पश्चात समापन समारोह का शुभारंभ सुश्री सोनाली डानिया द्वारा किया गया। समारोह में माननीय कुलपति प्रो. डॉ. नर्पिंदर सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ. नवनीत रावत, तथा डॉ. अशुलेखा गुप्ता ने प्रतिभागियों को संबोधित किया और उनकी समर्पित सहभागिता की सराहना की।
समारोह की मुख्य वक्ता डॉ. कनुधा शारदा, संपादक, सेल प्रेस एल्सवियर ने “गुणवत्तापूर्ण शोध लेख कैसे प्रकाशित करें” विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशन की प्रक्रिया, संपादकीय अपेक्षाएँ तथा शोध की वैश्विक पहुँच बढ़ाने के सुझाव साझा किए।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए तथा उन्होंने इस शिक्षाप्रद यात्रा पर अपने विचार एवं अनुभव साझा किए। कार्यक्रम ने नवाचार, सहयोग तथा व्यवहारिक अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ावा दिया। प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायक बताया और भविष्य में डिजिटल उपकरणों का उपयोग अपने शोध कार्यों में करने की प्रतिबद्धता जताई।
