उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
आज के समय में विटामिन बी12 की कमी एक आम समस्या बनती जा रही है. ये शरीर के लिए एक जरूरी न्यूट्रिएंट्स है, जो नर्वस सिस्टम को सही रखने, एनर्जी बढ़ाने और रेड ब्लड सेल्स के बनने के लिए जरूरी है।शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी के लक्षण आसानी से नजर आने लगते हैं. इसका एक मुख्य कारण हमारा खान पान होता है. विटामिन बी12 की कमी से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती हैं. ये शरीर में रेड ब्लड सेल्स के बनने, डीएनए सिंथेसिस और हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है. ऐसे में जरूरी है कि हम उन फूड्स का सेवन करें जिनमें विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में मौजूद हो. अगर शरीर में विटामिन B12 की मात्रा कम हो जाती है, तो थकान, कमजोरी और मूड स्विंग्स जैसी प्रॉब्लम हो सकती हैं. इस कमी को दूर करने के लिए कुछ हेल्दी और नैचुरल उपायों को अपनाया जा सकता है, जो शरीर को न्यूट्रिएंट्स पहुंचाने में मदद करेंगे।विटामिन B12 की कमी के कारण और लक्षण,विटामिन B12 की कमी का एक मुख्य कारण हमारी खराब लाइफस्टाइल और खराब खानपान हो सकता है. जब हमारी डाइट में जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी होती है, तो शरीर में कई विटामिन और मिनरल्स की पर्याप्त क्वांटिटी नहीं पहुंच पाती. खासकर, अगर कोई व्यक्ति वेजीटेरियन फूड ज्यादा करता है या प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन करता है, तो उसे विटामिन B12 की कमी होने की संभावना बढ़ जाती है।इसके अलावा, डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी समस्याएं, शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी, ज्यादा शराब या स्मोकिंग का सेवन भी इस कमी का एक प्रमुख कारण हो सकते हैं. इसलिए, बैलेंस डाइट लेना बेहद जरूरी है।विटामिन बी-12 की कमी के लक्षण: थकान, कमजोरी, शरीर में खून की कमी, सिर दर्द, भूख न लगना, स्किन में पीलापन, मुंह में छाले और तनाव।
विटामिन B12 की कमी पूरी करने के लिए डाइट
अपनी डाइट में रेड मीट, मछली, फलियां, अंडे, बीन्स और सूखे मेवे को जरूर शामिल करें. साथ ही, दूध और इसके प्रोडक्ट जैसे दही, पनीर, और छाछ का सेवन भी करें. ये सभी फूड प्रोडक्ट विटामिन बी-12 से भरपूर होते हैं, जो रेड ब्लड सेल्स के बनने में के लिए जरूरी हैं. सेल्स में विटामिन बी-12 की कमी होने पर आरबीसी का काउंट घट सकता है, इसलिए इन न्यूट्रिएंट्स से भरपूर डाइट लेने से इस कमी को दूर किया जा सकता है.
विटामिन B12 के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए?: विटामिन बी-12 की कमी को दूर करने के लिए चुकंदर और गाजर का जूस बेहद फायदेमंद होता है. खासतौर पर चुकंदर, अनार और गाजर का जूस शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाने में मदद करता है. चुकंदर में आयरन, फोलेट और विटामिन बी-12 जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जबकि गाजर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं.
कैसे बनाएं जूस चुकंदर का जूस
एक चुकंदर और तीन गाजर को अच्छे से धोकर ब्लेंड करें.
इस जूस को सुबह के नाश्ते के साथ पिएं..
यह जूस न केवल विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करेगा.
बल्कि स्किन को निखारने और एनर्जी लेवल को बढ़ाने में भी मदद करेगा.
हरी सब्जियों और नारियल पानी का जूस
हरी सब्जियों का जूस नारियल पानी के साथ मिलाकर पीने से शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं.
पालक, केल और पत्ता गोभी जैसी हरी सब्जियां फाइबर, फोलेट और विटामिन बी-12 का अच्छा सोर्स होती हैं.
जबकि नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बनाए रखने और शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है.
एक कप ताजी हरी सब्जियों (पालक, केल , पत्ता गोभी) को ब्लेंड करें.
इसमें आधा गिलास नारियल पानी मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स करें.
इस जूस का रेगुलर सेवन करने से शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स मिलेगा और विटामिन बी-12 की कमी पूरी होगी.
हरे सेब और खीरे का जूस
हरे सेब और खीरे का जूस विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने का एक शानदार ऑप्शन है,
हरा सेब विटामिन C और विटामिन B12 का अच्छा सोर्स है, जो शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है।खीरा हाई वाटर कंटेंट और जरूरी मिनरल्स से भरपूर होता है,
जो शरीर को हाइड्रेट रखता है और डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाता है।
