उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
कुमाऊं से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संचालन की उम्मीद एक बार फिर जगी है। सेमी हाईस्पीड लग्जरी ट्रेन उत्तराखंड को मथुरा, आगरा और राजस्थान के जयपुर से जोड़ेगी।कुमाऊं से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संचालन की उम्मीद एक बार फिर जगी है। सेमी हाईस्पीड लग्जरी ट्रेन उत्तराखंड को मथुरा, आगरा और राजस्थान के जयपुर से जोड़ेगी। रामनगर, काठगोदाम व लालकुआं से बरेली, बदायूं, कासगंज, मथुरा, आगरा होते हुए जयपुर रूट का सर्वे पहले ही हो चुका है। पिछले महीनों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुरोध के बाद टनकपुर-आगरा-जयपुर औ टनकपुर-बरेली-दिल्ली रूट का भी सर्वे किया गया है।बरेली होते हुए देहरादून-लखनऊ और मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन पहले ही शुरू हो चुका है। मेरठ-लखनऊ वंदे भारत को अयोध्या होते हुए वाराणसी तक विस्तार भी दे दिया गया है। यह गाड़ी 27 अगस्त से मेरठ-वाराणसी के बीच चलेगी।
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल ने इसी साल अप-डाउन सप्ताह में एक-एक दिन 15019-20 टनकपुर-देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया है। देहरादून से दिल्ली और लखनऊ के लिए पर्याप्त गाड़ियां हैं, लेकिन रामपुर, टनकपुर, काठगोदाम, लालकुआं से मथुरा, आगरा, जयपुर, भरतपुर के लिए गाड़ियों की संख्या सीमित है। इन मार्गों पर कोई सेमी हाई स्पीड ट्रेन भी नहीं है। उत्तराखंड के अधिकारियों ने मुरादाबाद और इज्जतनगर मंडल के डीआरएम समेत अधिकारियों के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन को लेकर मई में बैठक की थी। अधिकारियों ने लालकुआं-दिल्ली, लालकुआं-कानपुर, रामनगर-आगरा-जयपुर, रामनगर-दिल्ली, टनकपुर-दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के विकल्प रखे थे। उत्तराखंड के यह सभी जिले कुमाऊं रीजन के हैं। पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां रेल कनेक्टिविटी सीमित है। सीनियर डीसीएम संजीव शर्मा ने बताया कि रूट का सर्वे किया जा चुका है। इस साल के अंत तक संचालन को बोर्ड की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
