उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
आज के आधुनिक जीवन में जहां व्यक्ति अधिकतम समय किसी न किसी तरह के स्क्रीन के सामने बिता रहा है, ऐसे में अपनी आंखों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको कुछ खास चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना जरूरी है। आइए इस लेख में इसी के बारे में जानते हैं।आज की आधुनिक जीवनशैली में, गैजेट्स पर बढ़ता स्क्रीन टाइम और हमारा बदलता खान-पान सीधे हमारी आंखों पर असर डाल रहा है। यही वजह है कि बच्चों से लेकर बड़े तक, अधिकतर लोग कमजोर आंखों की रोशनी की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में आप अच्छी डाइट की मदद से अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं।सही पोषण के साथ, आप अपनी आंखों को काफी हद तक स्वस्थ रख सकते हैं, दृष्टि को बेहतर बना सकते हैं, और यहां तक कि चश्मे पर अपनी निर्भरता भी कम कर सकते हैं या नंबर बढ़ने से रोक सकते हैं। कुछ खास विटामिन और खनिज आंखों की सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं। आइए इस लेख में ऐसे विटामिन-रिच फूड्स के बारे में जानते हैं, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप अपनी आंखों को सही पोषण दे सकते हैं। आंखों के लिए जरूरी हैं ये पोषक तत्व आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ खास विटामिन और खनिज की जरूरत होती है। इनमें विटामिन ए सबसे प्रमुख पोषक तत्व है, जो अच्छी दृष्टि, खासकर कम रोशनी में देखने और रतौंधी रोकने के लिए आवश्यक है। विटामिन सी और विटामिन ई दोनों ही शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हैं जो आंखों की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं, साथ ही मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड रेटिना के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और सूखी आंखों की समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, जिंक विटामिन ए को लिवर से रेटिना तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। अब आइए जानते हैं कि किन पोषक तत्व को डाइट में शामिल करके आप अपनी आंखों का ख्याल रख सकते हैं।
गाजर और शकरकंद
ये बीटा-कैरोटीन (जो शरीर में विटामिन ए में बदल जाता है) के बेहतरीन स्रोत हैं। ये रात में देखने की क्षमता को बढ़ाते हैं और समग्र आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होते हैं।हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, केल, और पत्ता गोभी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां ल्यूटिन और जियाजैंथिन के साथ-साथ विटामिन सी और ई से भरपूर होती हैं। ये आंखों को नीली रोशनी से बचाती हैं और उम्र से संबंधित आंखों की बीमारियों, जैसे एएमडी, के जोखिम को कम करती हैं।खट्टे फल और शिमला मिर्च
संतरा, नींबू, चकोतरा और रंगीन शिमला मिर्च विटामिन सी के उत्कृष्ट स्रोत हैं। इनके एंटीऑक्सीडेंट गुण आंखों की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं और मोतियाबिंद के खतरे को कम कर सकते हैं।मछली ,सालमन, सार्डिन और मैकेरल जैसी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं, जो रेटिना के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकती हैं और सूखी आंखों की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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