उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
रोहलकी गांव निवासी सुमित पुत्र हरपाल अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ गांव की आबादी के बीचो-बीच बने अपने दो मंजिल के पुराने मकान में रहते हैं। इसकी दीवार से सटा उनके चचेरे भाई बिजेंद्र पुत्र रामपाल का भी दो मंजिला मकान है।लक्सर के खानपुर थाना क्षेत्र के रोहलकी गांव में जल भराव के कारण रात डेढ़ बजे दो मकान भरभरा कर ध्वस्त हो गए। इनमें से एक मकान में मौजूद पति पत्नी और उनके दो बच्चे मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने किसी तरह मालवा हटाकर चारों को बाहर निकाला और अस्पताल भेजा। सभी की हालत खतरे से बाहर है।रोहलकी गांव निवासी सुमित पुत्र हरपाल अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ गांव की आबादी के बीचो-बीच बने अपने दो मंजिल के पुराने मकान में रहते हैं। इसकी दीवार से सटा उनके चचेरे भाई बिजेंद्र पुत्र रामपाल का भी दो मंजिला मकान है। इन दोनों मकानों की एक तरफ गहराई में कई दिनों से बारिश का पानी भरा हुआ था, जिसके चलते मंगलवार रात डेढ़ बजे के आसपास दोनों मकान अचानक भरभरा कर ध्वस्त हो गए। घटना के समय सुमित (30), उसकी गर्भवती पत्नी सविता (27) बेटी प्राची (7) और बेटा अक्षत (4) घर में सो रहे थे। वे चारों मकान के मलबे में दब गए। मकान गिरने से हुई आवाज सुनकर गांव के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए और तुरंत मलवा हटाने का काम शुरू कर दिया।हालांकि बिजेंद्र गांव के दूसरे छोर पर नया मकान बनाकर उसमें रह रहे हैं। पुराने मकान में वे पशुओं के लिए भूसा, उपले और खेती का सामान रखते हैं। इसी बीच सूचना पाकर खानपुर की पुलिस भी एसडीआरएफ की टीम को लेकर मौके पर पहुंच चुकी थी। उन सभी ने मिलकर 20 से 25 मिनट के भीतर चारों को मलबे से निकाल लिया और गोवर्धनपुर के अस्पताल भेजा जहां मरहम पट्टी के बाद उन्हें घर भेज दिया। मकान ध्वस्त होने से सुमित के परिवार का करीब 15 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है, जबकि उसके चचेरे भाई बिजेंद्र का भी 7 से 8 लाख रुपए का नुकसान बताया जा रहा है। एसडीएम सौरभ सिंह असवाल ने बताया कि घटना से प्रभावित दोनों परिवार सकुशल हैं। हल्का लेखपाल को मौके पर भेजकर नुकसान का आकलन कराया गया है। पीड़ित परिवारों को जल्दी ही राहत धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
