उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
रुद्रपुर के सरदार भगत सिंह कॉलेज में डिप्लोमा इन इको टूरिज्म कोर्स के नाम पर छात्रों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पिछले आठ सालों में सवा सौ से ज्यादा छात्रों ने प्रवेश लिया लेकिन सिर्फ पहले साल ही परीक्षा हुई। छात्रों से शुल्क लिया गया पर कक्षाएं नहीं चलीं और परीक्षाएं नहीं हुईं जिससे उनका भविष्य अधर में है।सरदार भगत सिंह महाविद्यालय में विद्यार्थियों के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। यहां डिप्लोमा इन ईको टूरिज्म कोर्स के नाम पर विद्यार्थियों से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। महाविद्यालय में लगभग नौ वर्ष पहले सेल्फ फाइनेंस पर शुरू हुए इस कोर्स में अब तक सवा सौ विद्यार्थियों का प्रवेश लिया गया है, जिनसे चार हजार रुपये प्रति छात्र के हिसाब से शुल्क भी लिया गया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस दौरान केवल पहले वर्ष की परीक्षाएं कराई गईं, जबकि पिछले आठ वर्षों में कोई परीक्षा नहीं हुई।
शुल्क भी नही लौटाया
महाविद्यालय में विद्यार्थियों को अतिरिक्त वोकेशनल कोर्स के तहत डिप्लोमा इन ईको टूरिज्म की शुरुआत की गई थी। यह एक वर्षीय कोर्स है, जिसमें 25 सीटें थीं। प्रारंभ में इस कोर्स का संचालन एक शिक्षक के द्वारा किया गया, जबकि अन्य शिक्षकों को पठन-पाठन की जिम्मेदारी दी गई। इस कोर्स का संचालन एक वर्ष तक हुआ, जिसमें पहले सत्र का समापन हुआ।2017-18 से हर वर्ष 20-25 विद्यार्थियों ने इसमें प्रवेश लिया, लेकिन इसके बाद कक्षाओं का संचालन बंद हो गया। वर्तमान में 120 से अधिक छात्र ऐसे हैं, जिनकी परीक्षा नहीं हुई है। पिछले सत्र में 19 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था, लेकिन उनकी परीक्षा कब होगी, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। विद्यार्थी परीक्षा को लेकर बार-बार पूछते रहे हैं, लेकिन न तो उनकी परीक्षा हुई और न ही शुल्क लौटाया गया।
निदेशालय स्तर से हुई थी जांच
इस मामले में एक छात्र की शिकायत पर निदेशालय स्तर से जांच की गई, लेकिन केवल उसी छात्र का समाधान हुआ। अन्य छात्र अब भी समस्याओं में फंसे हुए हैं। जांच कमेटी ने महाविद्यालय को इस कोर्स के संचालन से संबंधित स्वीकृति की जानकारी विवि से प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।
