उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
उत्तराखंड मानसून सत्र के पहले दिन भाजपा विधायको ने अपनी ही सरकार को घेरा। उनके सवालों की लंबी लिस्ट ने धामी सरकार को हैरान कर दिया। दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं की सुस्ती भी दिखाई दी।उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्षी दल कांग्रेस की सुस्ती साफ नजर आई। वहीं, दूसरी ओर भाजपा के विधायकों ने अपनी ही सरकार को सवालों की झड़ी लगाकर घेरा। सवालों की लंबी लिस्ट ने सरकार को हैरान कर दिया। विधानसभा सचिवालय के आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा विधायकों ने 87 सवाल पूछे, वहीं कांग्रेस ने सिर्फ 14 सवालों के साथ पीछे रह गई।भाजपा विधायकों ने दागे 87 सवाल
पुष्कर सिंह धामी सरकार से सवाल पूछने पर कांग्रेस विधानसभा सदन के भीतर भी पीछे है। मानसून सत्र के पहले दिन विधायकों की ओर से लगाए गए सवालों की संख्या से यह साबित भी हो रहा है। मानसून सत्र के पहले दिन के सवालों में भाजपा विधायकों के सवालों की संख्या 87 है तो कांग्रेस के विधायकों के सवालों की संख्या केवल 14 ही थी।
अपने विधायकों के सवालों से हैरान धामी सरकार
विधानसभा सचिवालय की ओर से मीडिया को उपलब्ध कराए गए प्रश्नोत्तरी के पुलिंदे को देखकर सभी हैरान थे। कांग्रेस विधायक सदन के भीतर जितने आक्रामक नजर आ रहे थे, सरकार को सवालों के जरिए घेरने में उतने ही सुस्त। भाजपा विधायकों में भी सबसे ज्यादा सवाल धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार के हैं। मंगलवार के प्रश्नकाल में उनके 21 सवाल थे, जबकि महेश जीना के 18 और डॉ. प्रमोद नैनवाल के 13 सवाल थे। इनके अलावा रेनू बिष्ट, विनोद कंडारी, खजानदास, पार्वती दास, सरिता आर्य, फकीरराम टम्टा, आशा नौटियाल और प्रदीप बत्रा ने भी सवाल लगाए थे।
कांग्रेस की सुस्ती
दूसरी तरफ कांग्रेस से सबसे ज्यादा आठ सवाल विधायक मयूख महर के हैं। मयूख के बाद कांग्रेस विधायक दल के उपनेता भुवन कापड़ी के चार, ममता राकेश के तीन, वीरेंद्र जाती और फुरकान अहमद के दो-दो तथा काजी निजामुद्दीन का एक ही सवाल था।
