उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
उत्तराखंड में मानसून से पहले आपदा प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग ने तैयारियां की तेज, वर्कशॉप के जरिए लोगों को जागरूक करेगा आपदा विभागरोहित कुमार सोनी, देहरादून:उत्तराखंड में आगामी 15 जून के आस पास मानसून दस्तक देने जा रहा है. हर मानसून सीजन के दौरान उत्तराखंड के तमाम क्षेत्रों में आपदा जैसे हालात बन जाते हैं. इसके साथ ही मानसून के दौरान चारधाम यात्रा भी काफी प्रभावित होती है, लेकिन हर साल मानसून के दौरान सबसे ज्यादा सड़कों को नुकसान पहुंचता है. जिसके चलते यातायात बाधित हो जाता है. ऐसे में आगामी मानसून या आपदा सीजन को लेकर क्या हैं तैयारियां, किन विषयों पर दिया जा रहा है जोर? पूरी खबर विस्तार से पढ़िए।विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य उत्तराखंड में मानसून के समय स्थितियां काफी गंभीर हो जाती हैं. खासकर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा जैसी स्थिति बन जाती हैं, जिसके चलते स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं मानसून के दौरान होने वाले भूस्खलन से सबसे ज्यादा नुकसान सड़कों और पुलों को होता है।जिसको देखते हुए आपदा और लोक निर्माण विभाग अभी से ही मॉनसून सीजन से संबंधित तैयारियों को दुरुस्त करने की कवायद में जुट गया है. भारी बारिश और जगह-जगह सड़कें बाधित होने की वजह से चारधाम भी बुरी तरह से प्रभावित हो जाती है. हालांकि, मॉनसून सीजन के दौरान सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की भी होती है।मानसून सीजन में होती है बड़ी परेशानी:दरअसल, मॉनसून सीजन के दौरान भले ही यात्रियों की संख्या काफी कम हो जाती है, लेकिन यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी चुनौती रहती है. हर साल मानसून सीजन के दौरान सड़कें बाधित होने के चलते यात्रियों को लंबे-लंबे जाम का सामना करना पड़ता है।खासकर भूस्खलन होने के चलते कई बार सड़कें टूट जाती हैं, जिससे यात्रियों के साथ स्थानीय लोगों को दिक्कतें होती हैं. जिसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग और आपदा विभाग तमाम मशीनरी को लगाने का दावा कर रहा है. ताकि, भूस्खलन होने या फिर सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के दौरान मार्ग को तत्काल प्रभाव से खोला जा सके.
“जहां-जहां भूस्खलन होता है, ऐसी जगहों को चिन्हित कर जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है. ऐसे में जब भी भूस्खलन या एवलॉन्च होगा तो उस दौरान तत्काल सड़कों से मलबा हटाकर यातायात को सुचारू कर दिया जाएगा.”
