उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर डीडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ यात्रा मैनेजमेंट फोर्स के जवानों की तत्पर्ता से बच रही श्रद्धालुओं की जान,
केदारनाथ पैदल मार्ग में चोटिल हो रहे तीर्थयात्री, रेस्क्यू टीम के जवानों की सक्रियता से बच रही जान
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर डीडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ यात्रा मैनेजमेंट फोर्स के जवानों की तत्पर्ता से बच रही श्रद्धालुओं की जान।चोटिल तीर्थ यात्री की मदद कर रहे रेस्क्यू टीम के जवान रुद्रप्रयाग:केदारनाथ धाम पहुंच रहे तीर्थयात्री दिन-रात पैदल मार्ग पर सफर कर रहे हैं, जिस कारण उनका स्वास्थ्य खराब होने के साथ ही घोड़े-खच्चरों में आवाजाही के समय चोटिल भी हो रहे हैं. ऐसे में जिला आपदा प्रबंधन, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स के साथ एसडीआरएफ की टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर रही है. जिससे तीर्थ यात्रियों को राहत मिल रही है।सूचना मिलते ही तत्काल पहुंच रही रेस्क्यू टीम:केदारनाथ पैदल मार्ग पर 5 हजार घोड़े-खच्चरों का संचालन हो रहा है. बीमारी से निजात पाने के बाद पशुपालन विभाग ने पशुओं का संचालन शुरू किया है, जिसके बाद श्रद्धालुओं को भी राहत मिली है. तीर्थ यात्री रात-दिन पैदल मार्ग पर यात्रा कर रहे हैं. ऐसे में किसी समय उनकी तबीयत बिगड़ने के साथ ही घोड़े-खच्चरों से आवाजाही के समय चोटिल भी हो रहे हैं. बीती रात सेक्टर अधिकारी गौरीकुंड ने सूचना दी कि एक यात्री घोड़े में केदारनाथ से गौरीकुंड आ रहा था. भीमबली के समीप घोड़े का पैर फिसलने से यात्री गिर गया, जो कि यात्री भारी वजन होने के कारण चलने में असमर्थ है. सूचना मिलने पर जिला आपदा प्रबंधन की टीम जंगलचट्टी द्वारा मौके पर पहुंचकर यात्री को सहारा देकर चीरबासा हेलीपैड तक लाया गया।रात के समय भी तीर्थ यात्री पैदल मार्ग पर आवाजाही कर रहे हैं, जिस कारण उनकी तबीयत भी बिगड़ रही है. जबकि घोड़े-खच्चरों से भी चोटिल हो रहे हैं. ऐसे में रेस्क्यू टीमें समय पर पहुंचकर श्रद्धालुओं को राहत देने का काम कर रहे हैं.
नंदन सिंह रजवार,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी- यात्रा मार्ग पर महिला की अचानक बिगड़ी तबीयत:वहां से डीडीआरएफ टीम गौरीकुंड द्वारा बस स्टेंड गौरीकुंड पहुंचाने के बाद स्टल वाहन में बैठकर घायल यात्री को सोनप्रयाग भेजा गया.राजस्थान निवासी 64 वर्षीय मोहन लाल ने डीडीआरएफ टीम का आभार जताया. वहीं दूसरी घटना में थारू कैम्प के पास महिला यात्री रागनी (उम्र 36) वर्ष, निवासी तिरुपति बालाजी आंध्र प्रदेश का स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया. डीडीआरएफ टीम ने रात के अंधेरे में घटनास्थल पर पहुंचकर महिला यात्री का प्राथमिक उपचार करते हुए ऑक्सीजन दिया और स्ट्रेचर के माध्यम से एसडीआरएफ और यात्रा मैनेजमेंट फोर्स द्वारा बड़ी लिनचोली हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. महिला तीर्थयात्री के परिजनों ने समय पर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने पर टीम का आभार व्यक्त किया।
