उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
उत्तरकाशी में आपदा के बाद से धराली और हर्षिल का हाईवे से संपर्क टूट गया। इसके चलते पूरे इलाके में खाने-पीने के सामान की सप्लाई रुक गई अब नालूपानी के पास गंगोत्री हाईवे खुल गया है और जरूरी सामान की सप्लाई शुरू हुई।गंगोत्री हाईवे नालूपानी में बंद होने के कारण उत्तरकाशी में ठप पड़ी दूध, सब्जी,गैस सहित अन्य जरूरी सामान की सप्लाई चालू हो गई है। नालूपानी में 36 घंटे बाद हाईवे खुलने से राहत मिली है। जबकि, डबरानी में हाईवे बंद होने से हर्षिल-धराली में आपदा राहत कार्य में मुश्किल आ रही है।उत्तरकाशी में दूध-सब्जी की सप्लाई होने लगी,नालूपानी के समीप गंगोत्री हाईवे सोमवार को 36 घंटे बाद सुचारु हो गया। हाईवे सुचारु होते ही रास्ते में फंसी दूध, फल-सब्जी और रसोई गैस की गाड़ी उत्तरकाशी पहुंच गई। हाईवे सुचारु होने पर लोगों ने राहत की सांस ली है।बारिश के कारण मलबा और पत्थर गिरने के कारण हाईवे रविवार सुबह से यातायात के लिए बंद हो गया था। करीब 36 घंटे तक मार्ग बंद रहने से जिला मुख्यालय सहित गंगाघाटी क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं की संकट गहराने लगा था। दुकानों में दूध खत्म हो गया था। जबकि सब्जी और फल को लेकर भी व्यापारी चिंतित थे। उत्तरकाशी के व्यापारी अजय बडोला, अभिषेक रावत, रवि रावत आदि ने बताया कि नालूपानी के पास मार्ग बाधित रहने से दुकानों में दूध, सब्जी, रसद इत्यादि नहीं पहुंच पाई। इस कारण दिक्कत शुरू हो गई थी। बीआरओ ने कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार शाम पांच बजे हाईवे को यातायात के लिए सुचारु किया। हाईवे खुलते ही दोनों ओर फंसे दर्जनों वाहन अपने-अपने गंतव्यों के लिए रवाना हुए। अपर जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र ने बताया कि बारिश के कारण लगातार मलबा गिरने से बीआरओ की मशीनरी को हाईवे सुचारु करने में दिक्कतें आई, शाम पांच बजे हाईवे सुचारु हुआ।
हर्षिल और धराली क्षेत्र में राहत-बचाव कार्य प्रभावित
डबरानी में गंगोत्री हाईवे के 14 दिन से लगातार बाधित रहने से हर्षिल-धराली सहित आपदाग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। हाईवे के कई हिस्सों में भारी भूस्खलन और सड़क के वॉशआउट होने से ग्रामीणों का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है। इस कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। डबरानी से आगे 300 मीटर सड़क बह चुकी है, वहीं सोनगाड़ के पास 400 मीटर तक सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। बीआरओ को बारिश के चलते मार्ग खोलने में दिक्कत हो रही है।
हेली सेवा दो दिन से बंद
खराब मौसम के चलते धराली और हर्षिल क्षेत्र के लिए हेली सेवा दो दिनों से ठप है। मातली हेलीपैड और चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी से कोई उड़ान नहीं भर पाई। इससे राहत सामग्री पहुंचाना मुश्किल हो गया है।बचाव दलों के रहने और खाने का संकट ,धराली आपदा के बाद उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री रूट पर डबरानी से आगे जरूरी सामग्री की सप्लाई नहीं पहुंच पा रही है। धराली और हर्षिल में आपदा बचाव में लगे जवानों तक के लिए राशन और रहने का संकट है। दो दिनों से खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवा ठप है। इससे सामान की आपूर्ति का संकट है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राशन- दवाएं हेलीकॉप्टर से भेजी जा रही हैं। डबरानी से आगे गैस सिलेंडर कई शिफ्टों में हर्षिल-मुखबा पहुंच रहे हैं। धराली में राहत कार्यों में 350 से अधिक जवान जुटे हुए हैं। इनके लिए काफी मात्रा में राशन और सिलेंडर की जरूरत है। प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए भी सिलेंडर और राशन की काफी खपत है। हेलीकॉप्टर के नहीं पहुंचने से राशन की समस्या गंभीर होती जा रही है।
