उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (ग्रामोथान) के तहत विकास खण्ड उखीमठ में दो-दो दिवसीय चारा उत्पादन एवं साइलेज निर्माण प्रशिक्षण, और क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर, प्रशिक्षण स्वयं सहायता समूह को दिया गया जिसमें विकास खण्ड उखीमठ के 7 स्वायत्त सहकारिताओं से 150 से अधिक समूह सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें मास्टर ट्रेनर के रूप में सहायक प्रसार कृषि एवं पशुपालन अधिकारी अरुण बुटोला रीप उखीमठ ने प्रतिभाग कर कृषकों को प्रशिक्षण दिया और बताया कि प्रशिक्षण में मुख्य बिन्दु चारा उत्पादन , साइलेज निर्माण ,चारा फसलें का महत्व मक्का,ज्वार ,जौ,बाजरा इत्यादि फसलों एवं हरे चारे में पोषक तत्वों की मात्रा की उपलब्धता ,पशुओं को हरे चारे खिलाने के फायदे पशु स्वास्थ्य, कीटनाशक इत्यादि विषयों पर जानकारी दी गई और क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर के तहत प्रशिक्षण का उद्देश्य किसानों को मौसम परिवर्तन से होने वाले प्रभावों से परिचित कराना व जलवायु परिवर्तन के आधार पर कृषि प्रणाली को कैसे सुधारा जाए।भूमि की तैयारी,बीज चयन,बुआई,सिंचाई और निराई,मौसम के दुष्प्रभावों से फसलों की सुरक्षा पर विस्तृत जानकारी समूह सदस्यों को दी गई, जो कि कृषकों को कृषि प्रणाली और पशुपालन में बेहद उपयोगी है संबंधित जानकारी कृषकों तक पहुंचाना लाभकारी है वहीं जिला परियोजना प्रबंधक महोदय रुद्रप्रयाग श्री ब्रह्माकांत भट्ट जी की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण में प्रतिभाग़ कर परियोजना की विस्तृत जानकारी समूह सदस्यों को दी गई उसका भरपूर लाभ उठाने के लिए कहा गया, उन्होंने कहा कि ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के तहत समूह सदस्यों को व्यक्तिगत उद्यम अल्ट्रा पूअर पैकेज एवं सरकार द्वारा कई योजनाओं से जोड़ा जा रहा है जिससे समूह सदस्यों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है वहीं प्रशिक्षण के दौरान सहायक खंड विकास अधिकारी जंगी लाल आर्य और असिस्टेंट मैनेजर रीप अरुण चौधरी, अनुपम रयाल और जीवन ज्योति स्वायत्त सहकारिता , उड़ान स्वायत्त सहकारिता मनसूना, उमंग स्वायत्त सहकारिता मकुमठ, नारी शक्ति स्वायत्त सहकारिता ल्वारा, देवभूमि स्वायत्त सहकारिता फाटा, उन्नति स्वायत्त सहकारिता कोतमा, नव किरण स्वायत्त सहकारिता नारायणकोटी, के सीएलएफ स्टाफ और समूह सदस्य महिला कृषकों द्वारा बड चढ़कर भाग लिया।
