उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
चुनाव आयोग ने बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के ड्राफ्ट (SIR ड्राफ्ट) में हटाए गए मतदाताओं के नामों की सूची बूथवार नहीं उपलब्ध कराने के आरोपों को खारिज किया है। आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को यह लिस्ट पहले ही दी जा चुकी है।बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे वोटर लिस्ट रिवीजन की ड्राफ्ट मतदाता सूची को लेकर विपक्ष के दावों एवं आरोपों को निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दिया है। आयोग ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि सभी राजनीतिक दलों को वोटर लिस्ट से हटाए गए नामों की सूची पहले ही दे दी है। 21 एवं 22 जुलाई 2025 को राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट के साथ मतदान केंद्र स्तर पर बीएलओ द्वारा अनुपस्थित, मृत और अन्य जगहों पर शिफ्ट हो चुके मतदाताओं की सूची शेयर की थी। 18 और 19 जुलाई को गणना फॉर्म के अप्राप्त मतदाताओं की सूची भी दी गई थी।चुनाव आयोग ने कहा कि 1 अगस्त 2025 को जिला स्तर से नई वोटर लिस्ट के ड्राफ्ट को प्रकाशित करने के साथ ही विधानसभा और बूथवार प्रारूप एवं अप्रकाशित निर्वाचकों की सूची भी सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई गई थी। आयोग का दावा है कि उसके पास विभिन्न जिलो में अलग-अलग पार्टियों के प्रतिनिधियों के टेस्टीमोनियल भी हैं। इनमें सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों ने यह स्वीकार किया है कि उन्हें सूची उपलब्ध करा दी गई है।चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि यह बात फैला रहे हैं कि उन्हें लिस्ट नहीं मिली है, जबकि यह दावा पूरी तरह गलत और आम जनता को भ्रमित करने वाला है।
