उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
देहरादून एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट के तहत लाल निशान लगाने का काम जारी, “UDN”पर लोगों ने रखी अपनी पीड़ा, जानिए क्या कहा?धीरज सजवाण, देहरादून: रिस्पना और बिंदाल नदी पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को लेकर डिमार्केशन का काम शुरू हो चुका है. इसके तहत करीब 2,614 मकान प्रभावित होंगे. इसी कड़ी में भगत सिंह कॉलोनी में तकरीबन दो दर्जन मकानों पर निशान लगाए गए. इसके बाद वहां के स्थानीय लोगों में काफी असंतोष देखने को मिला. लोगों के कई तरह के अनसुलझे सवाल भी हैं, जिसे उन्होंने ने ईटीवी भारत से ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान साझा किया. हालांकि, प्रशासन की ओर से इसका जवाब दिया गया है। रिस्पना और बिंदाल के किनारे बस्तियों पर लाल निशान लगना जारी:देहरादून शहर में बढ़ते ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए शहर के बीचों बीच बहने वाली रिस्पना और बिंदाल नदी पर दो बड़ी एलिवेटेड सड़क बनाई जा रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत रिस्पना नदी और बिंदाल नदी के ऊपर दो अलग-अलग फोरलेन एलिवेटेड रोड बनाई जाएंगी. रिस्पना नदी के ऊपर रिस्पना पुल से नागलपुल तक 11 किलोमीटर और बिंदाल नदी पर कारगी चौक से राजपुर रोड पर साईं मंदिर के पास तक 15 किलोमीटर की एलिवेटेड सड़क बनाई जाएगी।तकरीबन 6100 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए घनी बसावट से घिरी रिस्पना और बिंदाल नदी के आसपास बसे तकरीबन 2600 मकान जद में आ रहे हैं. लोनिवि के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी की मानें तो रिस्पना नदी किनारे 11 मोहल्ले और बिंदाल नदी किनारे से 16 मोहल्ले प्रभावित हो रहे हैं. जिनमें से कच्चे-पक्के मकान की बात करें तो 1,120 मकान रिस्पना और 1,494 मकान बिंदाल नदी किनारे के प्रभावित होंगे,
देहरादून के इस मोहल्ले में लगे लाल निशान, चिंता में पड़े लोग, सरकार से पूछा- कहां जाएंगे हम? – DEHRADUN ELEVATED ROAD PROJECT
देहरादून एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट के तहत लाल निशान लगाने का काम जारी, UDN पर लोगों ने रखी अपनी पीड़ा, जानिए क्या कहा?
देहरादून: रिस्पना और बिंदाल नदी पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को लेकर डिमार्केशन का काम शुरू हो चुका है. इसके तहत करीब 2,614 मकान प्रभावित होंगे. इसी कड़ी में भगत सिंह कॉलोनी में तकरीबन दो दर्जन मकानों पर निशान लगाए गए. इसके बाद वहां के स्थानीय लोगों में काफी असंतोष देखने को मिला. लोगों के कई तरह के अनसुलझे सवाल भी हैं, जिसे उन्होंने ने ईटीवी भारत से ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान साझा किया. हालांकि, प्रशासन की ओर से इसका जवाब दिया गया है। रिस्पना और बिंदाल के किनारे बस्तियों पर लाल निशान लगना जारी:देहरादून शहर में बढ़ते ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए शहर के बीचों बीच बहने वाली रिस्पना और बिंदाल नदी पर दो बड़ी एलिवेटेड सड़क बनाई जा रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत रिस्पना नदी और बिंदाल नदी के ऊपर दो अलग-अलग फोरलेन एलिवेटेड रोड बनाई जाएंगी. रिस्पना नदी के ऊपर रिस्पना पुल से नागलपुल तक 11 किलोमीटर और बिंदाल नदी पर कारगी चौक से राजपुर रोड पर साईं मंदिर के पास तक 15 किलोमीटर की एलिवेटेड सड़क बनाई जाएगी.
भगत सिंह कॉलोनी से ग्राउंड रिपोर्ट
तकरीबन 6100 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए घनी बसावट से घिरी रिस्पना और बिंदाल नदी के आसपास बसे तकरीबन 2600 मकान जद में आ रहे हैं. लोनिवि के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी की मानें तो रिस्पना नदी किनारे 11 मोहल्ले और बिंदाल नदी किनारे से 16 मोहल्ले प्रभावित हो रहे हैं. जिनमें से कच्चे-पक्के मकान की बात करें तो 1,120 मकान रिस्पना और 1,494 मकान बिंदाल नदी किनारे के प्रभावित होंगे.
प्रस्तावित एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट (फोटो- PWD)
भगत सिंह कॉलोनी में लगाए गए दो दर्जन निशान:इन दिनों इस निर्माण कार्य से संबंधित भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया गतिमान है. इसी के तहत प्रोजेक्ट के अधीन आने वाली संपत्तियां का चिन्हीकरण शुरू हो चुका है. बीती 14 मई से शुरू हुए डिमार्केशन की प्रक्रिया के तहत गुरुवार को रिस्पना नदी के किनारे बसी भगत सिंह कॉलोनी में तकरीबन दो दर्जन निशान लगाए गए।इसके तहत लोगों के घर, दुकान, ट्रांसफॉर्मर, पुश्ता और मस्जिद के कुछ हिस्से को भी लोक निर्माण विभाग के सर्वे कर्मचारियों ने निशाना लगाया. इस तरह से रिस्पना नदी के किनारे बसी भगत सिंह कॉलोनी में काफी सारे निशान लगाए गए. इन निशानों के लगने से क्षेत्र के लोगों में काफी भय का माहौल देखने को मिला।वहीं, ईटीवी भारत की टीम की ग्राउंड रिपोर्ट में देखने को मिला कि ज्यादातर स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी नहीं है कि सरकार ने उनके घरों पर निशान तो लगा लिए, लेकिन उनके साथ आगे क्या होने वाला है, इसको लेकर कुछ नहीं बताया गया है. इससे लोग काफी चिंतित नजर आए।ग्राउंड रिपोर्ट में लोगों ने क्या कहा?जिस कॉलोनी में लोक निर्माण विभाग की टीम ने निशान लगाए हैं। उसी भगत सिंह कॉलोनी में जाकर ईटीवी भारत की टीम ने ग्राउंड रिपोर्टिंग की और लोगों से बातचीत की. साथ ही लोगों की प्रतिक्रिया जानी. भगत सिंह कॉलोनी में मोहम्मद अमजद खान के मकान पर लगे निशान को लेकर उनका कहना है कि उन्हें इन निशानों के बारे में किसी ने कोई जानकारी नहीं दी है। वो जब काम से लौटे तो उन्हें अपने मकान पर लाल निशान मिला।मकान के बदले चाहिए मकान:अमजद ने बताया कि उन्हें मकान का मुआवजा नहीं, बल्कि जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई चाहिए. यानी उन्हें मकान के बदले मकान चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार से जो भी मांग है। उसको लेकर के वो मोहल्ले वासियों और अन्य लोगों से बातचीत करेंगे. उसके बाद एक संयुक्त रणनीति के तहत अपनी मांग रखेंगे।
