उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
मैक्लोडगंज हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत जगह है, जहां राशियंस भी सबसे ज्यादा घूमने के लिए पहुंचते हैं, अगर आप यहां आ रहे हैं तो कुछ जगहों पर आप घूमना-फिरना कर सकते हैं साथ ही खाने की बढ़िया चीजों का भी लुत्फ उठा सकते हैं। मैक्लोडगंज, हिमाचल प्रदेश का एक बहुत ही मशहूर पर्यटन स्थल है, जो अपनी तिब्बती संस्कृति, सुंदर ट्रेकिंग रास्तों, हरियाली, पुराने मंदिरों और मठों, और ब्रिटिश प्रभाव के लिए जाना जाता है। ये धर्मशाला के पास, कांगड़ा जिले में स्थित है। धौलाधार पर्वतमाला में 2,082 मीटर की ऊंचाई पर बसा ये छोटा-सा कस्बा तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा और तिब्बती सरकार-इन-एक्साइल (निर्वासित सरकार) का मुख्य निवास स्थान भी है।यहां बड़ी संख्या में तिब्बती लोग बस चुके हैं, जो अपने देश से भागकर यहां आए थे। इसलिए यहां की संस्कृति और माहौल में तिब्बती रंग बहुत गहराई से देखने को मिलता है। यही कारण है कि मैक्लोडगंज को “लिटिल ल्हासा” भी कहते हैं, क्योंकि तिब्बत की निर्वासित सरकार यहीं से चलती है। यहां भारतीयों के साथ-साथ रूसी पर्यटकों को भी सबसे ज्यादा देखा जाता है। राशियंस तिब्बती संस्कृति और आध्यात्मिकता की वजह से यहां सबसे ज्यादा आकर्षित होते हैं। अगर आप भी इनकी तरह कुछ बढ़िया जगह पर जाना चाहते हैं, तो आप यहां आ सकते हैं।सबसे अच्छा समय मैक्लोडगंज घूमने का मार्च से जून और फिर सितंबर से नवंबर तक होता है। इस दौरान मौसम सुहावना और आसमान साफ रहता है, जिसमें पहाड़ों के शानदार नजारे देखने को मिलते हैं। दिसंबर से फरवरी के बीच ठंड का मौसम होता है, जब बर्फबारी से ये जगह और भी खूबसूरत लगने लगती है।
