उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
नैनीताल के धारी ब्लॉक में मवेशियों के लिए चारा काट रही महिला को गुलदार ने हमला कर मार डाला; वन विभाग ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देकर क्षेत्र में पिंजरे और कैमरे लगा दिए हैं।खेत में मवेशियों के लिए चारा काटते समय गुलदार ने नैनीताल के ब्लॉक धारी के गांव तल्ली दीनी निवासी महिला को हमला कर मार डाला। महिला की पहचान 35 वर्षीय हेमा देवी पत्नी गोपाल सिंह के रूप में हुई। उसका शव घर से करीब चार किलोमीटर दूर क्षत-विक्षत हालत में मिला।जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को महिला घर के पास मवेशियों के लिए चारा काट रही थी। वहां घात लगाकर बैठे गुलदार ने हमला कर दिया। महिला का शोर सुन परिजन लाठी-डंडे लेकर शोर मचाते हुए उसकी तरफ दौड़े। तब तक गुलदार हेमा को घसीटता हुआ जंगल की तरफ ले गया। परिजनों ने इसकी सूचना लोगों, वन विभाग और पुलिस को दी। सर्च अभियान के दौरान घर से करीब चार किलोमीटर दूर हेमा का शव मिला। घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई। एसडीएम धारी अंशुल भट्ट ने बताया कि टीम के साथ पहुंचे और कार्रवाई शुरू की। पीड़ित के परिवार को वन विभाग ने 10 लाख का मुआवजा दिया है। घटनास्थल पर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। घटनास्थल के आसपास ट्रैप कैमरे और पिंजरे लगाए जा रहे हैं।धारी ब्लॉक के तल्लीदीनी क्षेत्र में हुई घटना ने बाद से क्षेत्र में माहौल गमगीन बना हुआ है। घटना के बाद से ही क्षेत्र में दहशत है। ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि वन विभाग को कई बार क्षेत्र में गुलदार के होने की सूचना दी गई थी, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बीच मृतका हेमा देवी के शव का घटनास्थल पर ही पोस्टमार्टम कराया गया।शुक्रवार को घर के पास चारा काटते समय घात लगाए बैठे गुलदार ने हेमा देवी पर हमला कर दिया। जब तक परिजन हेमा देवी के पास पहुंच पाते, गुलदार हेमा देवी को घसीटता हुआ कई किमी दूर घने जंगल की तरफ निकल गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद ग्रामीण हेमा देवी को ढूंढने में सफल रहे। लगातार क्षेत्र में गुलदार की धमक बनी हुई है। वन विभाग को सूचना होने के बाद भी ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। जिसका हर्जाना इस परिवार को भुगतना पड़ा। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही करने का आरोप लगाया। कहा कि कई बार सूचना देने के बावजूद विभाग ने क्षेत्र में सुरक्षा उपकरण नहीं लगाए।
पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग
धारी में शुक्रवार को हुई घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरू घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृतक महिला के बच्चों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। पनेरू ने कहा बीते दिनों डीएफओ, मुख्य वन संरक्षक को क्षेत्र में गुलदार की धमक होने की सूचना दी गई थी। वन्यजीव के हमले को रोकने के लिए नैनीताल में मुख्य वन संरक्षक के कार्यालय में धरना भी दिया गया था। विभाग से पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की गई है।नैनीताल के डीएफओ आकाश गंगवार ने कहा कि जब तक वन्यजीव का पता नहीं चल जाता, तब तक टीम तैनात रहेगी। परिजनों ने गुलदार होने की बात कही है। परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा दिया गया है।तल्लीदीनी के ग्राम प्रधान सतीश कुमार ने बताया कि लंबे समय से क्षेत्र में गुलदार व अन्य वन्यजीवों का आतंक है। वन विभाग को कई बार सूचना भी दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभाग की लापरवाही के कारण ये दुखद घटना हुई है।
