उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
मेरठ। पहाड़ों पर हुई बारिश से गंगा का जल स्तर एक लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया है, वहीं पानी के साथ सिल्ट आने से गंगनहर का पानी भी रोकना पड़ा है। अगर लगातार दो-तीन दिन तक नहर बंद रही तो दिल्ली समेत कई शहरों की जलापूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।दो-तीन दिन से पहाड़ों पर तेज बारिश हो रही है। पहाड़ गिर रहे हैं। इस कारण पानी में सिल्ट आ रही है। नहर में सिल्ट जमा न हो, इसके लिए सिंचाई विभाग ने रविवार दोपहर ही हरिद्वार से गंगनहर का पानी रोक दिया। इसका असर सोमवार को नहर में दिखाई देने लगा। भीमगोड़ा हरिद्वार से गंगनहर निकलती है। नहर का पानी जहां खेतों की सिंचाई में इस्तेमाल किया जाता है, वहीं मेरठ, गाजियाबाद, दिल्ली समेत कई शहरों की जनता की प्यास भी बुझाता है।पानी के स्तर की निगरानी करने वाली टीम में शामिल तार बाबू सुधीर कुमार का कहना है कि शहरों को पानी की सप्लाई अभी प्रभावित नहीं होगी। अभी नहर में काफी पानी है। पहाड़ों पर अधिक बारिश के कारण पानी में सिल्ट आई थी। पानी रोकने के बाद से सिल्ट कम हो रही है। उम्मीद है कि 24 घंटे के बाद नहर में हरिद्वार से पानी छोड़ दिया जाएगा। उधर हरिद्वार से निकलकर बिजनौर बैराज होते हुए हस्तिनापुर से गुजर रही गंगा में भी बारिश के कारण जल स्तर बढ़कर एक लाख क्यूसेक से अधिक पहुंच गया है। अभी बाढ़ जैसे कोई हालात नहीं हैं।
