उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
कोटद्वार। पौड़ी नेशनल हाईवे पर कोटद्वार और दुगड्डा के बीच 16 किमी का सफर काफी खतरनाक बना हुआ है। स्थिति यह है कि बरसात से कई जगह डामर उखड़ने से सड़क में गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिससे लोग जान जोखिम में डालकर हाईवे से आवाजाही करने को मजबूर हैं। ज्यादा दिक्कत दोपहिया वाहनों से आवाजाही करने वालों को हो रही है। वर्षाकाल के दौरान बने डेंजर जोन का एनएच प्रशासन ने अभी तक ट्रीटमेंट नहीं कराया है। लोगों ने एनएच प्रशासन से खस्ताहाल हाईवे की मरम्मत कराने की मांग की है।दुगड्डा निवासी प्रदीप बडोला, योगेंद्र बिष्ट, राहुल जैन, अमन गुसाईं, विपिन गुसाईं, शरीफ आदि ने बताया कि पांचवें मील, आमसौड़, सिद्धबली के पास, दुर्गादेवी समेत कई जगहों पर डामर उखड़ने से सड़क में गहरे गड्ढे हो गए हैं और सड़क उबड़-खाबड़ हो गई है। जिससे लोगों को हिचकोले खाते हुए आवाजाही करनी पड़ रही है। गड्ढे में अब तक छह से अधिक दोपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो चुके हैं। लोगों का कहना है कि पौड़ी नेशनल हाईवे को पिछली और इस साल की बरसात से काफी नुकसान हुआ है। दुर्गा देवी के पास जहां बरसात में लगातार मलबा आने से आवाजाही प्रभावित रही। वहीं आमसौड़ और दुर्गादेवी के बीच कई जगह क्रैश बैरियर और पुश्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए थे।पांचवें मील में वन विभाग की नर्सरी और ढाबे के पास बरसात में भू-धंसाव होने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। एनएच पर कोटद्वार और दुगड्डा के बीच 35 छोटे और बड़े डेंजर जोन हैं। विभाग की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। हाईवे पर प्रतिदिन रसद सामग्री के वाहनों, यात्री वाहनों, निजी वाहनों और रोगियों के वाहनों की आवाजाही रहती है। कहा कि चारधाम यात्रा सीजन में भी हाईवे का निर्माण न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने एनएच प्रशासन से हाईवे की मरम्मत जल्द कराने की मांग की है।पानी वाली जगहों पर गड्ढों को भरने के लिए लॉकिंग टाइल्स व अन्य जगहों पर ब्लैक कोड के लिए 35 लाख रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। कोटद्वार और गुमखाल के बीच 20 पुश्तों के निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया हो चुकी है। बांड बनने के बाद काम शुरू करा दिया जाएगा।
