उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
पिथौरागढ़। बॉस का फोन आया है। अब मुझे कुछ दिनों के लिए घर से बाहर रहना होगा। कहां जाना है, इसका पता फिलहाल मुझे नहीं है। परिजनों से यह कहकर घर से निकले बीडीसी सदस्य कहां गायब हो गए, फिलहाल किसी को पता नहीं है। कुछ दिन पहले तक मतदाताओं से हमेशा उनके बीच रहकर उनके सुख-दुख बांटने का दावा करने वाले कई बीडीसी सदस्यों के अचानक गायब होने से सभी सकते में हैं। ब्लॉक प्रमुख बनने की चाह रखने वाले संभावित दावेदार बीडीसी सदस्यों को कहां ले गए, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। अब परिजन भी उनकी घर वापसी के लिए चुनाव तिथि का इंतजार कर रहे हैं।पंचायत चुनाव निपटते ही जिले के आठों विकासखंड में ब्लॉक प्रमुख के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई। जिले के आठों विकासखंडों में 287 प्रत्याशी चुनाव जीतकर बीडीसी सदस्य बने हैं। यह आठ ब्लॉक प्रमुख बनाने में अपनी भागीदारी निभाएंगे। मतगणना के बाद से ही बीडीसी सदस्यों के गायब होने का सिलसिला शुरू हुआ जो अब तक भी जारी है। अधिकांश बीडीसी सदस्य अपने परिजनों से यह कहकर घर से निकले की कुछ दिन तक वह घर से दूर रहेंगे। उनका घर से निकलने के बाद कहां तक का सफर होगा, इसकी भी उन्हें जानकारी नहीं है। ब्लॉक प्रमुख के संभावित दावेदारों ने इस कुर्सी को पाने के लिए अधिकांश बीडीसी सदस्यों को अन्य दावेदारों के पाले में जाने से रोकने के लिए उनका नया ठिकाना बनाया है। इसकी किसी को जानकारी नहीं है। ऐसे में कुछ दिन पहले तक जनता से उनके बीच बने रहने का वादा करने वाले बीडीसी सदस्य अपने निर्वाचन क्षेत्र से गायब हो गए हैं। महिला बीडीसी सदस्य का पति या बेटा बॉस के ठिकाने पर हैं। सूत्रों के मुताबिक किसी ब्लॉक के बीडीसी सदस्य काठमांडो में तो किसी ब्लॉक के बीडीसी सदस्य जनता से दूर पश्चिम बंगाल, गोवा और अन्य पर्यटक स्थलों पर अपने बॉस की निगरानी में सैर सपाटा कर रहे हैं। परिजनों को भी उनके घर लौटने के लिए चुनाव तिथि का इंतजार है।फोन जब्त, परिजनों से भी संपर्क नहीं,सूत्रों के मुताबिक अधिकांश बीडीसी सदस्यों के फोन बंद हैं। बॉस ने उनका फोन जब्त कर अपने ठिकाने में उन्हें छुपाया है। गायब बीडीसी सदस्यों का परिजनों से भी संपर्क नहीं हो रहा है। हालांकि परिजन आश्वस्त हैं कि ब्लॉक प्रमुख के चुनाव तक उनकी घर से बेहतर देखभाल होगी। सभी दावेदार विपक्षी बीडीसी सदस्यों से संपर्क साधने की जोर आजमाइश में जुटे हैं ताकि उन्हें विश्वास में लेकर अपने खेमे में मिलाते हुए चुनाव जीतने की संभावना को पुख्ता किया जा सके।
आठों विकासखंडों में ब्लॉक प्रमुख के पद का आरक्षण
जिले के धारचूला में ब्लॉक प्रमुख का पद एसटी महिला, बेड़ीनाग में एससी महिला, बिण में ओबीसी महिला, मूनाकोट में महिला के लिए आरक्षित है। कनालीछीना, डीडीहाट, मुनस्यारी में ब्लॉक प्रमुख का सामान्य है जबकि गंगोलीहाट में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है।
