उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
चालक पर कार्यबहिष्कार के दौरान काम पर आने के दबाव का लगाया
चमोली न्यूज़: वन कर्मियों ने एसडीओ केदारनाथ के खिलाफ पारित किया निंदा प्रस्ताव,
चालक पर कार्यबहिष्कार के दौरान काम पर आने के दबाव का लगाया आरोप
गोपेश्वर। संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति ने वन विभाग के प्रभारी उप प्रभागीय वनाधिकारी (एसडीओ) जुगल किशोर पर चालक पर काम पर आने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। कहा कि उनके इस दबाव में आकर एक चालक की इतनी तबीयत खराब हुई की उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। मोर्चा ने बैठक कर एसडीओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए इसे तानाशाही करार दिया।
नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व के निदेशक के तबादले की मांग को लेकर वन कर्मी कई दिनों से कार्यबहिष्कार पर हैं। संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी (एसडीओ) जुगल किशोर उनपर कार्य करने का दबाव बना रहे हैं जबकि वाहन चालक संघ भी वन कर्मियों के पूर्ण कार्य बहिष्कार में शामिल है। आरोप लगाया कि उपप्रभागीय वनाधिकारी चालक के परिवार को भी फोन करके दबाव बना रहे हैं और सेवा से हटाने की धमकी दे रहे हैं। उच्चाधिकारियों के बार-बार दबाव बनाने से चालक शुभम रावत मानसिक तनाव में आकर बीमार हो गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और वहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। कहा कि व्यक्तिगत हितों के कारण अधिकारियों की ओर से अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया जाना तानाशाही की श्रेणी में आता है। मोर्चा ने संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। इस दौरान मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश सिंह नेगी, उपाध्यक्ष सुधांशु कपरवाण, अनूप कुमार और महामंत्री कुलदीप खंडूड़ी आदि मौजूद रहे।मैहलचौंरी क्षेत्र में वनाग्नि की घटना के कारण मौके पर जाने के लिए चालक को कहा गया लेकिन उसने अन्य कर्मचारियों के दबाव का हवाला देते हुए आने से इन्कार कर दिया। संघ की ओर से लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। चालक का कोई उत्पीड़न नहीं किया गया है। – जुगल किशोर, एसडीओ, केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग, चमोली।
