उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
हरिद्वार में कांवड़ मेला शांतिपूर्वक संपन्न होने के बाद, शहर के सामने एक बड़ी चुनौती है: लाखों टन कचरे का निस्तारण। नगर निगम और प्रशासन मिलकर सफाई अभियान चला रहे हैं, जिसमें विशेष रूप से हर की पैड़ी और अन्य प्रमुख घाटों को साफ किया जा रहा है।हरिद्वार: हरिद्वार में कांवड़ मेला सकुशल संपन्न हो गया। कांवड़िए 23 जुलाई को शिवरात्रि पर्व के बाद अपने-अपने जिलों के लिए प्रस्थान कर गए। लेकिन स्थानीय प्रशासन के लिए अभी राहत की सांस लेने का समय नहीं है। करोड़ों की संख्या में धर्मनगरी हरिद्वार आए कांवड़िए अपने पीछे हजारों मीट्रिक टन कूड़ा-कचरा छोड़ गए हैं। अब नगर निगम और प्रशासन के सामने चुनौती है कि जल्द से जल्द इसे साफ कराएं ताकि हर की पौड़ी समेत तमाम घाट रोजमर्रा के पूजा-पाठ, गंगा आरती जैसी परंपराओं के लिए तैयार हो सकें।एक अनुमान के अनुसार इस साल कांवड़े मेले में 4.5 से 5 करोड़ तक कांवड़िए आए। देश के कोने-कोने से आए कांवड़िए पवित्र गंगाजल तो ले गए लेकिन अपने पीछे ढेर सारी ऐसी चीजें छोड़ गए जिन्होंने कूड़े के पहाड़ का रूप ले लिया। सूत्रों के अनुसार, केवल हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में ही 10 हजार मीट्रिक टन कचरा बिखरा पड़ा है।गंगा सभा के सदस्य मनीष बताते हैं कि इस कचरे को स्थानीय स्वयंसेवक और नगम निगम के कर्मचारी मिलजुल कर हर की पौड़ी और दूसरे घाटों से हटा रहे हैं। जेसीबी लगी ट्रैक्टर-ट्रॉली को कूड़ा ढ़ोते देखा जा सकता हैं। जहां ट्रैक्टर नहीं जा पा रहे हैं वहां लोग हाथों से ही इसे उठा रहे हैं।इस कचरे में अधिकांश सिंगल-यूज प्लास्टिक, मल्टीलेयर प्लास्टिक और PET शामिल हैं। हरिद्वार की दैनिक कचरा निस्तारण क्षमता 30-50 मीट्रिक टन होने के बावजूद, मेले के बाद यह मात्रा कई गुना बढ़ गई है।हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि मेले के दौरान रोजाना लाखों कांवड़िए पैदल और वाहनों से हरिद्वार पहुंचे, जिसके कारण सफाई वाहनों का आवागमन मुश्किल हो गया था। उन्होंने कहा, जिन क्षेत्रों में सफाईकर्मी पहुंच पाए, वहां नियमित सफाई होती रही, लेकिन मेले के समापन के बाद अब गंदगी का निस्तारण बड़ी चुनौती है।मेले के समापन के बाद हरिद्वार नगर निगम ने स्वच्छता को लेकर कमर कस ली है। नगर निगम ने 23 जुलाई की शाम से 24 जुलाई की सुबह तक 10 घंटे का विशेष सफाई अभियान चलाया, जिसमें 1,000 से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया। इसके अलावा, तीन दिवसीय विशेष सफाई अभियान शुरू किया गया है, जिसमें हर की पौड़ी, मालवीय घाट, कनखल घाट, सुभाष घाट, नाई घाट, अलकनंदा घाट, शिव घाट, बिरला घाट, अपर रोड, कांवड़ पटरी मार्ग और अन्य प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
