उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
देहरादून, में भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) के ग्रेजुएशन सेरेमनी में आर्मी कैडेट कालेज (एसीसी) विंग के 71 कैडेट शामिल हुए। लेफ्टिनेंट जनरल नागेंद्र सिंह ने जेएनयू की स्नातक डिग्रियां प्रदान कीं। अब ये कैडेट आइएमए में एक वर्ष का प्रशिक्षण लेंगे और फिर लेफ्टिनेंट बनेंगे। एसीसी, जिसकी स्थापना 1929 में हुई थी, भारतीय सेना के महत्वपूर्ण प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है।भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में शुक्रवार को आयोजित भव्य ग्रेजुएशन सेरेमनी में आर्मी कैडेट कालेज (एसीसी) विंग के 71 कैडेट आइएमए की मुख्यधारा में औपचारिक रूप से शामिल हुए। चेटवुड सभागार में आयोजित इस गरिमामय समारोह में समादेशक लेफ्टिनेंट जनरल नागेंद्र सिंह ने कैडेटों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की स्नातक डिग्रियां प्रदान कर दीक्षित किया। स्नातक डिग्री प्राप्त करने वालों में 30 कैडेट विज्ञान वर्ग और 41 कैडेट ह्यूमेनिटीज वर्ग के रहे।डिग्री प्राप्त करने के बाद अब सभी कैडेट आइएमए में बतौर आफिसर कैडेट एक वर्ष का कठोर सैन्य प्रशिक्षण लेंगे, जिसके उपरांत वे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त करेंगे।कैडेटों को बधाई देते हुए ले. जनरल सिंह ने कहा कि एसीसी ने देश को बड़ी संख्या में जांबाज, अनुशासित और कुशल अफसर दिए हैं। यह क्षण उनके जीवन की नई यात्रा की शुरुआत है, जिसमें कर्तव्य, अनुशासन और समर्पण उनकी पहचान होंगे।उन्होंने कहा कि चरित्र, आत्म-अनुशासन, साहस, प्रेरणा, सकारात्मक दृष्टिकोण और पेशेवर दक्षता एक सफल सैन्य अधिकारी के सबसे महत्वपूर्ण गुण हैं। समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को विभिन्न सम्मान और पुरस्कार प्रदान किए गए।इससे पूर्व एसीसी के प्रधानाचार्य डा. नवीन कुमार ने कालेज की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि एसीसी के कमांडर ब्रिगेडियर पीयूष खुराना ने सभी कैडेटों और उनके परिवारों को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं दीं।
इन कैडेटों को मिला सम्मान
चीफ आफ आर्मी स्टाफ मेडल
स्वर्ण पदक : हरि केशर वाग्ले (नेपाल)
रजत पदक : सागर उप्पल (पंजाब)
कांस्य पदक : कुलविंदर (हरियाणा)
कमांडेंट सिल्वर मेडल
सर्विस वर्ग : भव्य चौहान (उत्तर प्रदेश)
ह्यूमेनिटीज : हरि केशर वाग्ले
विज्ञान वर्ग : सागर उप्पल
कमांडेंट बैनर : कारगिल कंपनी
