*~ हिन्दू पंचांग ~*

*दिनांक – 13 मार्च 2024*
*दिन – बुधवार*
*विक्रम संवत – 2080*
*शक संवत -1945*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – वसंत ॠतु*
*अमांत – 29 गते फाल्गुन मास प्रविष्टि*
*राष्ट्रीय तिथि – 23 माघ मास*
*मास – फाल्गुन*
*पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – चतुर्थी 14 मार्च रात्रि 01:25 तक तत्पश्चात पंचमी*
*नक्षत्र – अश्विनी शाम 06:24 तक तत्पश्चात भरणी*
*योग – इन्द्र रात्रि 12:49 तक तत्पश्चात वैधृति*
*राहुकाल – दोपहर 12:26 से दोपहर 01:55 तक*
*सूर्योदय- 06:29*
*सूर्यास्त- 18:24*
*दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
*व्रत पर्व विवरण – विनायक चतुर्थी*
*विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*षडशीति संक्रान्ती*
*14 मार्च 2024 गुरुवार को षडशीति संक्रान्ती है ।*
*पुण्यकाल : दोपहर 12:46 से सूर्यास्त तक… जप,तप,ध्यान और सेवा का पूण्य 86000 गुना है !!!*
*इस दिन करोड़ काम छोड़कर अधिक से अधिक समय जप – ध्यान, प्रार्थना में लगायें।*
*षडशीति संक्रांति में किये गए जप ध्यान का फल ८६००० गुना होता है – (पद्म पुराण )*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*भय दूर करने हेतु*
*आनंद रामायण में आता है कि सोते समय या प्रात: अथवा यात्रा के आरम्भ के समय कोई भयभीत व्यक्ति हनुमानजी के ये १२ नाम लेता है तो उसका भय दूर हो जाता है |*
*१] हनुमान*
*२] अंजनीसुत (अंजनीपुत्र)*
*३] वायुपुत्र*
*४] महाबली*
*५] रामेष्ट अर्थात रामजी के प्रिय*
*६] फाल्गुनसख ( अर्जुन के मित्र)*
*७] पिंगाक्ष (भूरे नेत्रवाले)*
*८] अमिताविक्रम ( अनंत बलशाली)*
*९] उदधिक्रमण (समुद्र लाँघनेवाले )*
*१०] सीताशोकविनाशन*
*११] लक्ष्मणप्राणदाता*
*१२] दशग्रीवदर्पहा अर्थात रावण के घमंड को दूर करनेवाले |*