उत्तराखंड दिल्ली न्यूज़ :ब्यूरो
चकराता कैंट बोर्ड छावनी अंग्रेजों की बसाई हुई एक छावनी है जो अंग्रेजों द्वारा 1969 में बसाई गई थी।छावनी परिषद चकराता कैंट बोर्ड के नियम प्रणाली इतनी जटिल है ,की हर कोई इसके नियमों का पालन नहीं कर पाता ।जिस कारण शनिवार को चकराता व्यापार मंडल द्वारा उपजिला अधिकारी को ज्ञापन दिया गया है। जिसमें निर्माण को लेकर और पर्यटक दृष्टि को देखते हुए कैंटोनमेंट बोर्ड चकराता को बाकी कैंटोनमेंट की तरह नगर निकाय या नगर पंचायत में करने की गुजारिश की। कहा कि जिससे कैंटोनमेंट बोर्ड के जटिल नियमों से बचा जा सके। व्यापारियों का कहना है कि ना तो यहां पर मकान बनाए जा सकते हैं और ना ही कोई सरकारी चिजों का लाभ मिलता है ।जिससे यहां पर आधे भवन गिरासू श्रेणी में आ चुके हैं ।इसलिए व्यापारियों का कहना है कि और कैंन्ट की तरह चकराता कैन्ट को भी हटाया जाए अगर हमारी यह मांगी पूरी नहीं होती है तो हम आंदोलन करने के लिए बाध्य रहेंगे।