उत्तराखंड डेली न्यूज़ ;ब्यूरो
पतंजलि द्वारा भ्रामक विज्ञापनों पर सार्वजनिक माफी मांगने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने सभी आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथिक दवा निर्माताओं को लेबलिंग और विज्ञापन नियमों का पालन करने की चेतावनी दी है। आयुष मंत्रालय ने राज्यों को ‘आयुष मंत्रालय द्वारा प्रमाणित’ होने का दावा करने वाली सभी दवाओं की जांच के निर्देश दिए हैं।