उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
देवाधिदेव भगवान आशुतोष शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री केदारनाथ धाम है, जहां आना प्रत्येक शिव भक्त का सपना होता है। प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु मन में अपार श्रद्धा, प्रेम एवं भक्ति को लेकर श्री केदारनाथ धाम के दर्शन करने आते हैं। गत वर्ष यह संख्या 19 लाख से अधिक की रही। इस वर्ष के कपाट कल दिनांक 10.05.2024 को भक्तों के दर्शनार्थ खुल रहे हैं। श्री केदारनाथ की यात्रा अपने आप में एक अति दुर्गम यात्रा है। इस दुर्गम यात्रा को सुगम बनाने हेतु जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस पूर्ण रुप से प्रतिबद्ध है। श्री केदारनाथ यात्रा में सम्पूर्ण देश से श्रद्धालु आते हैं तथा जनपद में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु एवं पर्यटक की हर सम्भव सहायता करने हेतु उनकी यात्रा को सुरक्षित, सुगम एवं सुविधाजनक बनाने के लिए जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस प्रयासरत है। जितने भी तीर्थयात्री आ रहे हैं, उन्हें किसी भी प्रकार के ट्रैफिक जाम या आपदा में न फंसना पड़े। वे सकुशल अपने यात्रा करके एक अच्छा सन्देश लेकर अपने गन्तव्यों को जाएं। इसके लिए पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे के निर्देशन में तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए जनपद में कुल 09 स्थानों पर पर्यटन पुलिस सहायता केन्द्र बनाए गये हैं, जिनमें पर्यटन पुलिस से सम्बन्धित प्रशिक्षण प्राप्त किये हुए पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया गया है। इन कार्मिकों द्वारा जनपद में आने वाले श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों को जनपद से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी दी जायेगी। तथा किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उसके निराकरण सम्बन्धी जानकारी भी प्रदान करेंगे। श्रद्धालुओं को जनपद की बुनियादी व भौगोलिक जानकारी के साथ ही क्या करें व क्या न करें सम्बन्धी निर्देशों के ब्रॉशर भी तैयार किये गये हैं जो कि पुलिस के स्तर से श्रद्धालुओं को दिये जायेंगे। गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी बाहरी प्रदेश से जो यात्री आते हैं, उनके लिए दिशा-निर्देश उनके स्थानीय भाषा में दिए जाने का प्रयास किया गया है। यात्रियों को सन्देश तथा सूचनाएं देने के लिए मल्टीलिंग्वल साइन बोर्ड (मराठी, गुजराती, अंग्रेजी, हिन्दी एवं तमिल) को जनपद की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार तीन प्रकार के साइनेजज लगाये जा रहे हैं। जिनमे पहला जनपद की सीमा व बीच के ऐसे चौड़े हिस्सों में जहां पर श्रद्धालु को उनका पंजीकरण इत्यादि चेक कराने के लिए रूकना होगा पर श्रद्धालुओं को उनके पंजीकरण व यात्रा के दौरान के महत्तवपूर्ण जानकारियों, आपातकालीन नम्बर इत्यादि से सम्बन्धित बोर्ड कुण्ड-काकड़ागाड़ तक लगवाये गये हैं। दूसरे प्रकार के बोर्ड व साइनेजेज जब यात्री जनपद के मध्य भाग यानि कुण्ड से आगे से होते हुए केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग तक जाता है के लिए कि उसको हैलीकॉप्टर टिकटों या फिर घोड़े-खच्चर की बुकिंग, मौसम इत्यादि, जरूरी दवाईयां, बरसाती इत्यादि रखने की जानकारी तथा पैदल यात्रा मार्ग सम्बन्धी निर्देश रहेंगे। तीसरा साइन बोर्ड होगा श्री केदारनाथ धाम के लिए होगा वहां पर मन्दिर दर्शन हेतु पंक्तिबद्ध होने, दिये गये निर्देशों का पालन करने, मन्दिर की पवित्रता बनाये रखने, वहां के वातावरण के अनुकूल होने के लिए या वहां पर मौसम में जो बदलाव आता है, उससे खुद को बचाव करने के लिए क्या क्या चीजें करनी है सम्बन्धी जानकारी दी जायेगी। पुलिस के स्तर से श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुगम केदारनाथ यात्रा कराने का का प्रयास किया जा रहा है तथा श्रद्धालु यात्रा का एक सुखद अनुभव यहां से लेकर जायेंगे।