उत्तराखंड डेली न्यूज़;ब्योरो
जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित बाबा श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज दिनांक 10 मई 2024 (शुक्रवार) को प्रातः 07ः00 बजे पूरे विधि-विधान के साथ खोल दिए गए हैं। अब अगले छह माह तक बाबा केदार अपने धाम से श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। मंदिर के जगद्गुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य, मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड श्री पुष्कर सिंह धामी एवं उनकी धर्म पत्नी श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र उत्तराखण्ड श्री करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग डॉ0 सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, पुजारी धर्माचार्य वेदपाठी तथा केदार सभा के पदाधिकारीगण व श्रद्धालुओं की उपस्थिति में रावल धर्माचार्य तथा पुजारी गणों ने द्वार पूजा, भगवान भैरवनाथ तथा भगवान शिव का आह्वान कर ठीक सुबह 07ः00 बजे बजे बजे श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए।
कपाट खुलने के बाद भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से श्रृंगार रूप दिया गया। उसके पश्चात श्रद्धालुओं ने दर्शन शुरू कर दिये हैं। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के मा0 मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश एवं देश की खुशहाली के लिए विशेष पूजा करने के साथ बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने नंदी महाराज को वस्त्र पहनाकर पूजा-अर्चना कर दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं से भेंट कर अभिवादन किया।
आज विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उदघोष तथा सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच हजारों श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने।
मा0 मुख्यमंत्री जी ने मुख्य सेवक दल भंडारा कार्यक्रम समिति द्वारा आयोजित भंडारा एवं अन्य साँस्कृतिक कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए कहा कि आज बहुत शुभ दिन है आज से विधिवत चार धाम यात्रा का शुभारम्भ हो गया है। देश-विदेश से श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए इस अवसर पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सभी की यात्रा मंगलमय हो और जिस उद्देश्य से श्रद्धालु यात्रा पर आए हैं उनकी मनोकामना बाबा केदारनाथ पूरी करें। उन्होंने कहा कि देश- दुनिया से आ रहे श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम, सुव्यवस्थित एवं सरल ढंग से संपादित हो इसके लिए शासन- प्रशासन, पुलिस एवं सुरक्षा बल, तीर्थ पुरोहितों, मंदिर समिति, स्थानीय व्यापरियों, स्वच्छता कर्मचारियों सहित यात्रा से जुड़े हर व्यक्ति का सहयोग जरूरी है। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए लगातार सभी स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा में हुए नुकसान की भरपाई करने एवं नव निर्माण- पुनर्निर्माण के लिए शासन-प्रशासन द्वारा क्रमबद्ध रूप से लगातार कार्य किए जा रहे हैं, आशा है कि 2024 तक सभी कार्य समय से पूर्ण हो जाएंगे और यात्रा और सुगम होगी।
श्री केदारनाथ धाम मंदिर को 25 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था साथ ही कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आकाश से हैलीकॉप्टर द्वारा फूल वर्षा की गयी तथा श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भंडारे आयोजित किये गये थे।
इस अवसर पर हक-हकूकधारी, संस्कृति एवं कला परिषद के पदाधिकारीगण, मंदिर समिति सदस्य, कार्याधिकारी, धर्माचार्य, वेदपाठी, उपजिलाधिकारी ऊखीमठ श्री अनिल शुक्ला, उपजिलाधिकारी जखोली श्री भगत फोनिया, पुलिस उपाधीक्षक श्री केदारनाथ यात्रा श्री अविनाश वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी श्रीमती हर्षवर्द्धनी सुमन सहित प्रशासन, पुलिस के अधिकारी कर्मचारीगण मौजूद रहे।