उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
प्रचलित श्री केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से चलाए जा रहे ऑपरेशन के तहत पुलिस जवानों द्वारा निरन्तर रूप से यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की हर सम्भव मदद की जा रही है। चाहे बिछड़े हुए श्रद्धालुओं को परिजनों से मिलाना हो, बीमार को स्वास्थ्य केन्द्र ले जाना हो, या फिर तीर्थयात्रियों का खोया हुआ सामान वापस दिलाना हो। रुद्रप्रयाग पुलिस कर्तव्य निर्वहन के साथ मानवता का फर्ज भी बखूबी निभा रही है। जिससे श्रद्धालुगण पुलिस कर्मियों की निस्वार्थ भावना से अभिभूत हो रहे हैं।
*परिजनों से बिछड़ी बुजुर्ग महिला को मिलवाया*
● केदारनाथ धाम आयी श्रद्धालु महिला राजमाला निवासी तेलंगाना जो कि श्री केदारनाथ के दर्शन कर वापस गौरकुण्ड आते समय परिजनों से बिछड़ गयी थी, उनके परिजनों द्वारा पुलिस को इसकी सूचना देकर सहायता मांगी गई, जिस पर महिला आरक्षी प्रीति द्वारा इस सूचना को गंभीरता से लेकर श्रद्धालु महिला की अथक प्रयासों से ढूंढखोज कर उनको सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया गया।
*खोये हुए मोबाइल ढूंढकर वापस किये गये*
●केदारनाथ धाम हेतु मुम्बई से आये श्रद्धालु निखिल जिनका आई फोन खो गया था, इनके द्वारा अपनी परेशानी ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवान को दी गयी। पुलिस जवान द्वारा अपने स्तर से किये गये प्रयासों के बाद उक्त खोये हुए आई फोन को ढूंढकर श्रद्धालु को वापस किया गया। श्रद्धालु ने अपना आई फोन वापस पाकर उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का “ऑपरेशन मुस्कान” केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं के चेहरों पर मुस्कुराहट ला रहा है।
●चौकी केदारनाथ धाम में नियुक्त मुख्य आरक्षी सोहन चौधरी को एक फोन मिला। जिसके स्वामी का पता लगाने हेतु मुख्य आरक्षी द्वारा अनाउंसमेंट कराया गया, साथ ही सभी व्हट्सएप ग्रुपों में सूचना प्रेषित कर खोया पाया केन्द्र को भी इसकी सूचना प्रेषित की गई। कुछ देर बाद मोबाइल धारक श्रद्धालु बिन्देश्वर निवासी राजस्थान वहां पर आये जिनको उनका मोबाइल फोन सकुशल वापस किया गया। फोन को सकुशल वापस पाकर इनके द्वारा भाव विभोर होकर रुद्रप्रयाग पुलिस का आभार प्रकट किया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का “ऑपरेशन मुस्कान” लोगों की मदद करने में वरदान सिद्ध हो रहा है।जनपद पुलिस के “आपरेशन मुस्कान” ने अब तक 18 बिछड़े हुए श्रद्धालुगण मिलवाने, 11 खोये मोबाइल वापस दिलाने, 14 बैग व जरूरी सामग्री ढूंढकर वापस दिलाने में योगदान दिया गया है।