🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 06 जून 2024*
🌤️ *दिन – गुरूवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *अमांत – 24 गते ज्येष्ठ मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 15 वैशाख मास*
🌤️ *मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार वैशाख*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – अमावस्या शाम 06:07 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
🌤️ *नक्षत्र – रोहिणी रात्रि 20:16 तक तत्पश्चात मृगशिरा*
🌤️ *योग – धृति रात्रि 10:09 तक तत्पश्चात शूल*
🌤️ *राहुकाल – दोपहर 02:00 से शाम 03:44 तक*
🌞 *सूर्योदय- 05:16*
🌤️ *सूर्यास्त- 19:16*
👉 *दिशाशूल – दक्षिण दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – दर्श अमावस्या,ज्येष्ठ अमावस्या,भावुका अमावस्या,वटसावित्री व्रत (अमावस्यांत),शनैश्चर जयंती*
💥 *विशेष – अमावस्या एवं व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *स्कन्दपुराण के प्रभास खंड के अनुसार*
*”अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते”*
🍲 *जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *समृद्धि बढ़ाने के लिए* 🌷
🌙 *कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।*
🙏🏻 *दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *खेती के काम में ये सावधानी रहे* 🌷
🚜 *ज़मीन है अपनी… खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें …. न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें …और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें … सूर्य को अर्घ्य दें… और प्रार्थना करें ” आज जो मैंने पाठ किया …अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं …उनको उसका पुण्य मिल जाये | ” तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |*
🌞 *~ वैदिक पंचाग ~* 🌞
🌷 *गंगा स्नान का फल* 🌷
➡ *07 जून 2024 शुक्रवार से गंगा दशहरा प्रारंभ ।*
🙏🏻 *”जो मनुष्य आँवले के फल और तुलसीदल से मिश्रित जल से स्नान करता है, उसे गंगा स्नान का फल मिलता है ।” (पद्म पुराण , उत्तर खंड)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *गंगा स्नान का मंत्र* 🌷
🙏🏻 *गंगा स्नान के लिए रोज हरिद्वार तो जा नही सकते, घर में ही गंगा स्नान का पुन्य मिलने के लिए एक छोटा सा मन्त्र है ..*
🌷 *ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा*
🙏🏻 *ये मन्त्र बोलते हुए स्नान करें तो गंगा स्नान का लाभ होता है | गंगा दशहरा के दिन इसका लाभ जरुर लें ….*
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