उताराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
केदारनाथ यात्रा में धाम में अधिक संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है, पुलिस कर्मियों द्वारा केदारनाथ धाम सहित सम्पूर्ण यात्रा मार्गों में ईमानदारी व लगन से अपने कर्तव्य निर्वहन के साथ-साथ ऑपरेशन मुस्कान के तहत निरन्तर रूप से 24 घंटे तत्पर रहकरश्रद्धालुओं की हर प्रकार से मदद कर मानवता की मिशाल पेश की जा रही है।
● राजस्थान से श्री केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु पहुंचे श्रद्धालु सूरज कुमार द्वारा आरक्षी रोहित को सूचना दी गयी कि दर्शन के दौरान उनका मोबाइल फोन धाम में कहीं खो गया है। जिसकी उनके द्वारा काफी तलाश की गयी लेकिन मोबाइल फोन नहीं मिला। जिसके पश्चात पुलिस कर्मी द्वारा अपने स्तर से उक्त मोबाइल फोन की ढूँढखोज कर फोन को सकुशल बरामद कर श्रद्धालु के सुपुर्द किया गया।
● हरियाणा से श्री केदारनाथ जी के दर्शन हेतु आये श्रद्धालु मोहन कुमार जी का मोबाइल फोन दर्शन करने के उपरान्त मन्दिर परिसर में कहीं गिर गया था। जो कि मन्दिर परिसर में ड्यूटी में तैनात आरक्षी सूरज कुमार को मिला। पुलिस कर्मी द्वारा तत्परता से खोया-पाया केन्द्र से अनाउंसमेन्ट कराकर फोन स्वामी की ढूँढखोज कर मोबाइल को श्रद्धालु मोहन कुमार जी के सुपुर्द किया गया।
● उत्तर प्रदेश से श्री केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु पहुंची श्रद्धालु गीता देवी जो कि श्री केदारनाथ धाम में अपने परिजनों से बिछड़ गयी थी, उनके द्वारा परिजनों को ढूंढने के काफी प्रयास किये जाने पर भी जब वो अपने परिजनों से नहीं मिल पायी तो उनके द्वारा मन्दिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी संजय कैन्तुरा को अपनी समस्या बताई गयी तो पुलिसकर्मी द्वारा श्रद्धालु की परेशानी को समझते हुए खोया-पाया केन्द्र से अनाउंसमेन्ट कराकर तथा व्हट्सअप ग्रुपों के माध्यम से उक्त सूचना प्रसारित कर अपने अथक प्रयासों से श्रद्धालु को उनके परिजनों से मिलवाया गया।
● रायपुर छत्तीसगढ़ से श्री केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु पहुंची श्रद्धालु कमला सिन्हा जो कि श्री केदारनाथ के दर्शन के उपरान्त अपने परिजनों से बिछड़ गयी थी तथा बदहवास होकर अपने परिजनों को ढूंढ रही थी। काफी प्रयास किये जाने पर भी जब बुजुर्ग श्रद्धालु अपने परिजनों को नहीं ढूंढ पायी, तब उनके द्वारा ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को अपनी समस्या बतायी गयी, जिस पर पुलिस कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए श्रद्धालु के परिजनों को ढूंढने के प्रयास किये गये। पुलिस के स्तर से लगातार ढूंढखोज व सूचना का आदान-प्रदान करने के उपरान्त श्रद्धालु के परिजनों को ढूंढकर श्रद्धालु को उनसे मिलवाया गया।