उत्तराखंड डेली न्यूज़; ब्योरो
सरकार द्वारा लगातार बिजली के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी के खिलाफ जन संघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में तहसील का घेराव कर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार को सौंपा।
नेगी ने कहा कि तीन-चार वर्ष से सरकार द्वारा लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी की जा रही है। हाल ही में फिर बढ़ोतरी की गई है। सरकार द्वारा प्रतिमाह यूनिट स्लैब/प्रति किलोवाट फिक्स्ड चार्जेज निर्धारित किया गया है, जिसके नाम पर उपभोक्ताओं को लूटने का काम किया जा रहा है। सरकार की नाकामी उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। सरकार लाइन लॉस कम करने की दिशा में कोई भी ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं है, जिसका कारण निजी हित साधना है। अपने फायदे के लिए तहसील में घेराव कर अधिकारियों से वार्ता करते जन संघर्षमोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी।अधिकारी एवं सरकार जनता का तेल निकालने में लगे हुए हैं। ऊर्जा प्रदेश में यह खेल जनता पर भारी पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि 100 यूनिट तक रुपए 3.40 प्रति यूनिट, 200 यूनिट तक 4.90 एवं 200 से 400 यूनिट तक 6.70 तथा इसके ऊपर 7.35 प्रति यूनिट निर्धारित की गई है। इसी प्रकार फिक्स्ड चार्जेज 75रुपए, 85 रुपए एवं 100 रुपए प्रति किलोवाट/प्रतिमाह निर्धारित किए गए हैं। सरकार को चाहिए कि फिक्स्ड चार्जेज न्यूनतम करे एवं 100 यूनिट के स्लैब के स्थान पर 150 200 यूनिट का स्लैब निर्धारित करे।गौरतलब है कि जितनी बिजली की मारामारी होगी, उतनी ही ज्यादा निजी कमाई अधिकारियों एवं इससे जुड़े नेताओं की होगी। मोर्चा ने सरकार से मांग की कि इस खेल को बंद कर जनता को राहत दिलाए। इस दौरान मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, अशोक चंडोक, जयकृत नेगी, मोहम्मद असद, आरपी भट्ट, सलीम मुजीबुर्रहमान, सुधीर गौड़, प्रवीण शर्मा पिन्नी, सरोज गांधी आदि मौजूद थे।