उत्तराखंड डेली न्यूज़ ;ब्योरो
देहरादून! 30 जून यानि आज इंटरमीडिएट स्तरीय परीक्षा का आयोजन होने जा रहा है. यह परीक्षा ऐसे वक्त पर आयोजित होने जा रही है जब देश में NEET परीक्षा के पेपर लीक का मामला गूंज रहा है. जाहिर है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर पारदर्शी परीक्षा कराने का भारी दबाव होगा, इसीलिए आयोग की तरफ से अतिरिक्त एहतियात भी बरती जा रही है.भर्ती से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां:राज्य में इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षा उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आहूत की गई है. इस परीक्षा के लिए 5 दिसंबर 2023 को विज्ञप्ति जारी की गई थी. जिसके लिए आवेदन की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2023 से रखी गई. यह परीक्षा 236 पदों के लिए होनी है. इसमें परिवहन आरक्षी के 118 पद, आबकारी आरक्षी के 100 पद, और उप आबकारी निरीक्षक के 14 पद के लिए परीक्षा होनी है. इसके अलावा गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी में हॉस्टल मैनेजर ग्रेड 3 के दो पद, महिला कल्याण विभाग में हाउसकीपर के 2 पद के लिए भी परीक्षा होनी है.
रविवार को होने वाली परीक्षा की तैयारी:यह परीक्षा प्रदेश के 10 जिलों में आहूत की जानी है. इसमें राज्य के तीन जिलों टिहरी, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिले में एक भी परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, जबकि बाकी सभी 10 जिलों में परीक्षा केंद्र रखे गए हैं. राज्य भर में कुल 104 केंद्र पर इस परीक्षा को आयोजित कराया जाएगा. इस परीक्षा के लिए 40000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. परीक्षा सुबह 11 बजे से 1 बजे तक होगी.
परीक्षाओं पर आयोग अध्यक्ष की सीधी नज़र:इंटरमीडिएट स्तरीय इस परीक्षा पर आयोग काफी ज्यादा संवेदनशील नजर आ रहा है. एक तरफ नीट परीक्षा पेपर लीक मामला चर्चाओं में है तो दूसरी तरफ इससे जुड़े एक नकल माफिया के मसूरी से पकड़े जाने की खबर के बाद तैयारी को और भी ज्यादा पुख्ता किया गया है. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जी एस मार्तोलिया ने कुमाऊं मंडल के तमाम परीक्षा केदो में खुद जाकर तैयारीयों का जायजा लिया. उन्होंने आयोग के सचिव को पौड़ी जिले में तैयारी की स्थिति देखने के लिए भेजा है.तकनीक का हो रहा खास तौर पर इस्तेमाल:राज्य के पांच केंद्र ऐसे बनाए गए हैं जहां लाइव सीसीटीवी डाटा मिलता रहेगा. इस पर सीधे तौर से नजर रखी जा सकेगी. यह वह केंद्र हैं जिन्हें संवेदनशील घोषित किया गया है. उधर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहली बार राज्य में इस्तेमाल हो रहा है. इसमें फिलहाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक वाले सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं. यह कैमरे परीक्षा के कक्ष में खुद-ब-खुद संदिग्ध गतिविधियों को कैद करेंगे. इसकी जानकारी परीक्षा नियंत्रक तक भी पहुंचाएंगे.आयोग अध्यक्ष जीएस मार्तोलिया ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि आयोग की तरफ से परीक्षार्थियों को सुविधाजनक रूप में परीक्षा देने की तरफ तो ध्यान दिया ही गया है, साथ ही नकल माफियाओं को भी परीक्षा में किसी भी रूप में सफल नहीं होने देने के लिए हर तैयारी मुकम्मल की गई है. परीक्षा के दिन से पहले ही तमाम होटल ढाबे और सरायों में भी छानबीन की गई. इसके अलावा आयोग के स्तर पर भी पेपर तैयार होने से लेकर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने तक विशेष सावधानी बरती गई है.