उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्यूरो
उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) की अभिनव पहल के तहत् वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के सहयोग से स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों के लिये आज दिनांक 05 अगस्त 2024 को साप्ताहिक प्लांट टैक्सोनाॅमी विषय पर हैण्डस आॅन टेªनिंग कावनस्पति सर्वेक्षण संस्थान, देहरादून में विधिवत शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश में पादपों की सही पहचान के लिये टैक्सोनाॅमिस्ट बहुत कम है, जिसके लिये हमें विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। प्लांट टैक्सोनाॅमी के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के प्रयोग एवं बेसिक साइंस के समावेश से युवा वैज्ञानिकों को नई दिशा प्रदान की जा सकेगी।कार्यक्रम का संचालन करते हुये सर्टिफिकेट कोर्स की समन्वयक व यूसर्क वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों एवं विशेषज्ञों का स्वागत किया गया तथा पादपों के समुचित प्रबन्धन एवं संरक्षण हेतु प्लान्ट टैक्सोनोमी के अध्ययन को महत्वपूर्ण बताते हुये विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण की सम्भावनाओं में सहायक बताया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डा0 देवेन्द्र भसीन, उपाध्यक्ष, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति द्वारा कहा गया कि किसी भी पौधे पर शोध एवं अध्ययन के लिये सही पहचान करना अति आवश्यक है, जिसके लिये यूसर्क द्वारा प्लान्ट टैक्सोनोमी पर प्रशिक्षण महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे विद्यार्थियों की रूचि भी जागृत होगी। इसके साथ ही उनके द्वारा युवाओं के कौशल विकास एवं उद्यमिता विकास पर बल दिया गया।कार्यक्रम के विशेष अतिथि वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के विभागाध्यक्ष डा0 एस0 के0 सिंह ने प्लांट टैक्सोनोमी के अध्ययन के महत्व को विस्तार से समझाया। उनके द्वारा कहा गया कि टैक्सोनोमी एक वृहद विषय है व वनस्पतिशास्त्र की प्राचीनतम आधारभूत शाखा है जिसके अन्तर्गत किसी भी पौधे के समुचित और समग्र अध्ययन करने से पूर्व पौधे के सही वैज्ञानिक नाम और पादप जगत में उसकी वर्गीकीय स्थिति की जानकारी आवश्यक है।वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के वैज्ञानिक डा0 समीर पाटिल द्वारा तकनीकी व्याख्यान में प्लांट टैक्सोनोमी के आधारभूत ज्ञान, पादपों की संरचना, पहचान, वर्गीकरण एवं पादप विषय पर विस्तार से प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की गयी।कार्यक्रम में वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 आरती गर्ग ने सभी उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।कार्यक्रम में यूसर्क की वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल, डा0 राजेन्द्र सिंह राणा, ई0 उमेश चन्द्र एवं विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के 30 छात्र-छात्राओं, वैज्ञानिकों एवं तकनीशियन सहित कुल 70 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।