उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
एनआईएच (अमेरिका) के मुताबिक, अत्यधिक मीठा खाने से यह लिवर में फैट के रूप में जमा होने लगता है जिससे नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिज़ीज़ हो सकती है। मीठा खाने से शरीर से इंफ्लेमेटरी केमिकल भी निकलते हैं और नियमित रूप से मीठे के सेवन से हमारे शरीर में केमिकल जमा हो जाते हैं जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।