उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
‘नेचर जियोसाइंस’ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन के मुताबिक, हिमालय के पिघलते ग्लेशियरों में 41,000 वर्षों से मौजूद वायरस की करीब 1,700 प्राचीन प्रजातियों के जीनोम मिले हैं। इनमें से करीब तीन-चौथाई पहले से वैज्ञानिकों के लिए अज्ञात थे। वैज्ञानिकों ने अध्ययन के लिए तिब्बती पठार पर गुलिया ग्लेशियर में मिले वायरस के डीएनए का विश्लेषण किया है।