उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर दून की डॉ. कंचन नेगी को भारत गुड टाइम्स, यूनेस्को, आई.एल.ओ, यूनिसेफ, यू.एन.डी.पी द्वारा “इंस्पायरिंग टीचर अवार्ड 2024” से, अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर शिक्षा के क्षेत्र में, उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया.
डॉ. कंचन नेगी का यह शिक्षा, मीडिया और संचार के क्षेत्र में पचासवां अवार्ड है. बता दें डॉ. कंचन नेगी एक अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षाविद हैं, रिसर्च और विकास के क्षेत्र में इनका काफी योगदान है. ये ऑफलाइन और ओनलाइन मोड से कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल एवं यूनिवर्सिटीज़ के छात्र – छात्राओं को शिक्षा प्रदान करती हैं और शिक्षकों के लिए एफ.डी.पी भी आयोजित करती हैं. डॉ. कंचन नेगी आपका बिजनेस सोल्यूशेंस, डॉ. कंचनज़ ऐ.बी.एस’ कोचिंग हब, एबुलियेंट इंग्लिश इन्टरनेशनल इंस्टीटयूट की संस्थापिका हैं, साथ ही उत्तराखंड हेरिटेज मीडिया की एडिटर-इन चीफ के साथ- साथ, सेन्गुइने वी केयर वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्षा हैं. आने वाले समय में, बच्चों को विदेश जैसी शिक्षा प्रदान करना डॉ. कंचन नेगी का लक्ष्य है, जिसके लिए वे प्रयासरत हैं और यूरोपियन एजुकेशन बोर्ड से कोलेबोरेट कर रहीं हैं.
डॉ. कंचन नेगी का मानना है कि वे शिक्षा के विभिन्न प्रकार जैसे कि मौलिक शिक्षा, मानविकी, साहित्यिक शिक्षा, वैज्ञानिक शिक्षा, गणित शिक्षा, कला शिक्षा, करियर काउंसिलिंग और व्यावसायिक शिक्षा इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में, विशेषज्ञता और व्यापक ज्ञान का विकास करते हैं जो कि मानव समाज के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल ज्ञानार्जन का साधन है, बल्कि यह समाज के न्याय, समानता, और विश्वसम्मतता को प्राप्त करने का माध्यम भी है क्यूंकि शिक्षित लोग ही समाज में सक्रिय भूमिका निभाते हैं और सामरिकता, संप्रेम, और सद्भाव की स्थापना करते हैं।
उनका कहना है , “शिक्षा व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है, उसे सही नीतियों, मूल्यों, और संस्कृति का ज्ञान प्रदान करती है। शिक्षा उन गुणों का विकास करती है जो एक व्यक्ति को समाज में सफल बनाते हैं, जैसे कि बुद्धिमत्ता, सहजता, विचारशीलता, संघटनशीलता, और संगठन क्षमता और इसीलिये हम सभी को शिक्षा की महत्ता पर ज़ोर देते हुए आने वाली पीढी को शिक्षित करने हेतु अवश्य कार्य करना चाहिए.”