उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जाती है जिन्हें ‘मातृत्व’ का रूप माना जाता है। मां स्कंदमाता कमल में विराजमान हैं इसलिए इन्हें ‘पद्मासना देवी’ भी कहा जाता है और उनका वाहन सिंह है। मान्यता के अनुसार, स्कंद कुमार (कार्तिकेय) की माता होने के चलते देवी के इस स्वरूप को ‘स्कंदमाता’ के नाम से पुकारा जाता है।