उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
लैक्टोज़ इंटॉलरेंट होने के चलते कुछ लोगों को दूध डेयरी उत्पाद पचाने में परेशानी होती है। दरअसल, मिल्क शुगर (लैक्टोज़) को पचाने के लिए जब छोटी आंत पर्याप्त मात्रा में लैक्टेज़ एंज़ाइम प्रोड्यूस नहीं कर पाती तो लैक्टोज़ इंटॉलरेंस होता है। ऐसी स्थिति में दूध में मौजूद लैक्टोज़ कोलन में रह जाता है और बैक्टीरिया के संपर्क में आने लगता है।