*🌞~ हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 02 जनवरी 2025*
*⛅दिन – गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – दक्षिणायन*
*⛅ऋतु – शिशिर*
*🌥️ अमांत – 18 गते पौष मास प्रविष्टि*
*🌥️ राष्ट्रीय तिथि – 12 पौष मास*
*⛅मास – पौष*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – तृतीय रात्रि 01:08 जनवरी 03 तक, तत्पश्चात चतुर्थी*
*⛅नक्षत्र – श्रवण रात्रि 11:10 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
*⛅योग – हर्षण दोपहर 02:58 तक, तत्पश्चात वज्र*
*⛅राहु काल – दोपहर 01:37 से दोपहर 02:53 तक*
*⛅सूर्योदय – 07:13*
*⛅सूर्यास्त – 05:29*
*⛅दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:35 से 06:28 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:22 से दोपहर 01:05 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:17 जनवरी 03 से रात्रि 01:10 जनवरी 03 तक*
*⛅विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹जकड़ाहट, आमवात, जोड़ों का दर्द आदि हो तो….*
*🔸शरीर जकड़ा हुआ है, आमवात, जोड़ो का दर्द, घुटनों का दर्द आदि कि शिकायत ज्यादा है तो भोजन के समय १ गिलास गुनगुना पानी रखो । उसमें अदरक के रस की १०-१२ बुँदे डाल दो अथवा चौथाई ग्राम ( १ चनाभर) सौंठ-चूर्ण मिला दो । भोजन के बीच-बीच में २ -२ घूँट वह पानी पियो ।*
*🔸८० ग्राम लहसुन कि कलियाँ कूट के १०० ग्राम अरंडी के तेल में डाल दें और गर्म करें । कलियाँ जल जायें तो वह तेल उतार के रख लें । इससे घुटनों को, जोड़ों को मालिश करने से फायदा होता है ।*
*🔹बरकत लाने व सुखमय वातावरण बनाने हेतु🔹*
*🔸जिस घर में भगवान का, ब्रह्मवेत्ता संत का चित्र नहीं है वह घर स्मशान है । जिस घर में माँ-बाप, बुजुर्ग व बीमार का खयाल नहीं रखा जाता उस घर से लक्ष्मी रूठ जाती है । बिल्ली, बकरी व झाड़ू कि धूलि घर में आने से बरकत चली जाती है । गाय के खुर कि धूलि से, सुहृदता से , ब्रह्मज्ञानी सत्पुरुष के सत्संग से घर का वातावरण स्वर्गमय, सुखमय, मुक्तिमय हो जाता है ।*
*🔹पति-पत्नी के झगड़े या अनबन🔹*
*🔸पति-पत्नी में झगड़े होते हों, तलाक को नौबत आ जाए अथवा पति-पत्नी में मन नहीं बनता है तो पति अपने सिर के नीचे सिन्दूर रख के सो जाए और पत्नी अपने सिर के नीचे कपूर रख के सो जाए । सुबह उठे तो कपूर की आरती कर डालें और पति सिन्दूर घर में फ़ेंक दें, तो पति-पत्नी का स्वभाव अच्छा हो जायेगा