
*~ हिंदू पंचांग ~*

*दिनांक – 08 जनवरी 2025*
*दिन – बुधवार*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत -1946*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – शिशिर ॠतु*
*अमांत – 25 गते पौष मास प्रविष्टि*
*राष्ट्रीय तिथि – 18 पौष मास*
*मास – पौष*
*पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – नवमी दोपहर 02:25 तक तत्पश्चात दशमी*
*नक्षत्र – अश्विनी शाम 04:29 तक तत्पश्चात भरणी*
*योग – सिद्ध रात्रि 08:23 तक तत्पश्चात साध्य*
*राहुकाल – दोपहर 12:24 से दोपहर 01:46 तक*
*सूर्योदय 07:14*
*सूर्यास्त – 05:34*
*दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
*व्रत पर्व विवरण –
*विशेष- नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*5 आयु-आरोग्यवर्धक चीजें एवं 5 आयुनाशक चीजें*
*चीजों से आयुष्य और आरोग्य बढ़ता है*
*1 संयम : पति – पत्नी हैं फिर भी अलग रहें, थोडा संयम से रहें |*
*2 उपवास : १५ दिन में एक उपवास करें |*
*3 सूर्यकिरणों का सेवन : रोज सुबह सिर को ढककर शरीर पर कम-से-कम वस्त्र धारण करके ८ मिनट सूर्य की ओर मुख व १० मिनट पीठ करके बैठे | सूर्य से आँखें न लडाये |*
*4 प्राणायाम : प्रात:काल ३ से ५ बजे के बीच प्राणायाम करना विशेष लाभकारी है | यह समय प्राणायाम द्वारा प्राणशक्ति, मन:शक्ति, बुद्धिशक्ति विकसित करने हेतु बेजोड़ है |*
*5 मंत्रजप :मंत्रजप से आयुष्य, आरोग्य बढ़ता है और भाग्य निखरता है |*
*इन
कारणों से आयुष्य नष्ट होता है*
*अति शरीरिक परिश्रम*
*भय*
*चिंता*
*कामविकार का अधिक भोग*
*अंग्रेजी दवाइयाँ, कैप्सूल, इंजेक्शन, ऑपरेशन आदि की गुलामी*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*मणिपुर केन्द्र कैसे विकसित करें*
*सूर्य को अर्घ्य देते समय नाभि में सूर्य का ध्यान कराने से मणिपुर केन्द्र ( ७ केन्द्रों का तीसरा केन्द्र) विकसित होगा। जीवनी शक्ति में लाभ होगा |*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*सफ़ेद दाग का ईलाज*
*सबसे पहली बात विरुद्ध आहार छोड़ दो ( सब्जी-रोटी खाये और ऊपर से थोड़ी देर बाद दूध पी लिया, दूध पिया है फिर थोड़ी देर बाद कुछ खा लिया नमक मिर्च वाला ) ….. सफेद दाग हो वे …. एक मुट्ठी काले चने, 125 मिली पानी में डाल दे सुबह 8-9 बजे डाल दे…. उसमे 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण डाल दे, 24 घंटे वो पड़ा रहे …ढक के रह दे … 24 घंटे बाद वो छाने जितना खा सके चबाकर के खाये…. सफ़ेद दाग जल्दी मिटेंगें और होमियोपैथीक दवा लें, सफ़ेद दाग होमियोपैथी से जल्दी मिटे है |*
*~ वैदिक पंचांग ~*