उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
इंटरनल मेडिसिन की कंसल्टेंट डॉ. दिव्या गोपाल के मुताबिक, गर्दन पर जमी चर्बी से श्वसन मार्ग में रुकावट पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा, “इससे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्निया हो सकता है… जिससे नींद में सांस रुक सकती है। यह कई बार फेफड़ों को फैलने से रोकता है। वेट मैनेजमेंट, जीवनशैली में बदलाव और कुछ एक्सरसाइज़ से… इसे कम किया जा सकता है।”