उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
शनिवार को राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड सैनिक पुनर्वास संस्था की प्रबंधन समिति की बैठक हुई। बैठक में राज्यपाल ने वीर नारियों और पूर्व सैनिकों के कौशल विकास और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा दिए जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि वीर नारियों को महिला स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जाए, जिससे उन्हें स्वरोजगार और आर्थिक स्वावलंबन के बेहतर अवसर मिल सकें।राज्यपाल ने निर्देश दिए पूर्व सैनिकों की समस्याओं और शिकायतों के समाधान के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप विकसित किया जाय। उन्होंने पंतनगर स्थित पत्थरचट्टा सैनिक फार्म के कुशल वित्तीय प्रबंधन पर जोर देते हुए कहा कि फार्म में नकदी फसलों को बढ़ावा दिया जाय, ताकि संस्था की आय में वृद्धि हो सके। इसके लिए जीबी पंत विश्वविद्यालय का सहयोग लिया जाय।राज्यपाल ने कहा कि केंद्रीय और राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड की योजनाओं के बीच समन्वय स्थापित करने और योजनाओं का प्रचार-प्रसार बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाय, ताकि लाभार्थी इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठा सकें। उन्होंने लाभार्थी को योजनाओं की जानकारी न होने से वे लाभ नहीं ले पाते हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों के आर्थिक सशक्तीकरण को उत्तराखण्ड के विकास का एक प्रमुख आधार बताते हुए इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आह्वान किया।बैठक में वीरता पदक से अलंकृत होने वाले उत्तराखण्ड के पदक विजेताओं हेतु वर्ष में दो बार कार्यक्रम आयोजित कर, सम्मानित किए जाने के निर्देश राज्यपाल द्वारा दिए गए। बैठक में पूर्व सैनिक विधवाओं के स्वरोजगार और कौशल विकास हेतु निश्चित धनराशि प्रदान करने, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग हेतु आर्थिक सहायता देने और विभिन्न कक्षाओं में पढ़ रहे पूर्व सैनिकों के आश्रितों के लिए छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाने का निर्णय भी बैठक में लिया गया।इस बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव सैनिक कल्याण दीपेन्द्र कुमार चौधरी, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, जीओसी उत्तर भारत एरिया लेफ्टिनेंट जनरल डी जी मिश्रा, जीओसी सब एरिया उत्तराखण्ड मेजर जनरल आर प्रेमराज, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल, सचिव केन्द्रीय सैनिक बोर्ड ब्रिगेडियर दिग्विजय सिंह बसेरा, अपर महानिदेशक पुनर्वास(पश्चिम) ब्रिगेडियर रनदीप सिंह सहित अन्य सैनिक पुनर्वास के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।