उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
लेखक जेम्स जी लोचटेफेल्ड की किताब ‘द इलस्ट्रेटेड इनसाइक्लोपीडिया ऑफ हिंदूइज़्म’ के मुताबिक, वाराणसी के महानिर्वाणी अखाड़े के नागा साधुओं ने 1664 में मुगल बादशाह औरंगज़ेब की सेना का मुकाबला किया था। इसके बाद औरंगज़ेब द्वारा 1669 में काशी विश्वनाथ मंदिर पर किए हमले के दौरान लगभग 40,000 नागा साधुओं ने मंदिर की रक्षा में अपनी जान कुर्बान की थी।