उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
फ़रवरी 2025 को दून लाइब्रेरी में, बसंत पंचमी के पावन अवसर पर सदज पंचम सोसाइटी द्वारा एक हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम “परंपरा” प्रस्तुत किया गया। यह कार्यक्रम पद्म विभूषण श्रीमती गिरीजा देवी और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित था।कार्यक्रम की शुरुआत सदज पंचम के जूनियर छात्रों द्वारा राग भूपाली में बंदिश की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद विदूषी गौरी बनर्जी ने सरंगी पर राग मधुबंती प्रस्तुत किया, जिनका तबले पर पंडित किशोर बनर्जी ने संगत किया।इसके बाद पंडित किशोर बनर्जी और उनके पुत्र शिवशंकर बनर्जी ने तबला जुगलबंदी पेश की, जिसमें गौरी बनर्जी ने सरंगी पर संगत दी।कार्यक्रम के अंतिम चरण में, विदूषी रूपन सरकार समंता, जो पद्म विभूषण श्रीमती गिरीजा देवी की योग्य शिष्या हैं, ने अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली गायन प्रस्तुति दी, जो उनकी गुरु को समर्पित थी। उन्होंने राग बागेश्री में विलंबित और द्रुत बंदिश से शुरुआत की, उसके बाद एक दुर्लभ पंजाबी टप्पा प्रस्तुत किया। फिर, उन्होंने मिश्र खमाज में ठुमरी गाई, जिसके बाद दादरा रचना “दीवाना किए श्याम” प्रस्तुत की।कार्यक्रम का समापन राग भैरवी में एक भजन से हुआ, जिसमें उद्दालक समंता ने अपनी भावपूर्ण तबला संगत से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुकेश भारद्वाज ने हारमोनियम पर कुशल संगत की।