
उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो

देश के पूर्व कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने बताया है, “आईएएस अधिकारी सबसे पहले सब डिवीज़न मजिस्ट्रेट या सब कलेक्टर बनते हैं। उसके बाद वह चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर या ऐडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनते हैं और फिर वह डीएम या कलेक्टर बनते हैं।” गौरतलब है, किसी आईएएस अधिकारी को कम-से-कम 25 साल की सेवा के बाद प्रधान सचिव बनाया जाता है।