उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
सुषिला इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SIMS) के छात्रों ने हाल ही में गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून की एनाटॉमी लैब का शैक्षणिक दौरा किया। इस शैक्षिक यात्रा का उद्देश्य छात्रों की व्यावहारिक समझ को बढ़ाना और उन्हें मानव शरीर रचना के अध्ययन में प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना था।अनुभवी शिक्षकों के नेतृत्व में इस दौरे के दौरान छात्रों को विभिन्न शारीरिक संरचनाओं का विस्तार से अध्ययन करने का अवसर मिला। गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ एनाटॉमिस्टों द्वारा संरक्षित नमूनों, हिस्टोलॉजी स्लाइड्स और आधुनिक विच्छेदन तकनीकों का प्रदर्शन किया गया, जिससे छात्रों को कक्षा शिक्षण से परे एक समृद्ध शैक्षिक अनुभव प्राप्त हुआ।डॉ. महेंद्र कुमार पन्त (विभागाध्यक्ष एनाटॉमी विभाग) ने इस तरह के दौरों को छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “एनाटॉमी चिकित्सा और पैरामेडिकल शिक्षा की आधारशिला है। वास्तविक शारीरिक नमूनों का प्रत्यक्ष अध्ययन छात्रों के लिए बहुत आवश्यक है, ताकि वे मानव शरीर की संरचनाओं को गहराई से समझ सकें और अपने भविष्य के चिकित्सा करियर में सफल हो सकें।”इस दौरे के दौरान गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष और फैकल्टी सदस्यों ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया। इनमठे० विभागाध्यक्ष एनाटॉमी विभाग असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजेश कुमार मोर्य, और एनाटोमी विभाग के प्रमुख शिक्षाविद् शामिल मिल थे। इसके अतिरिक्त, पोस्टग्रेजुएट छात्र डॉ. पुनीत चौधरी (PG JR-3), डॉ. अभ्यनव (PG JR-3), डॉ. श्रिकांत (PG JR-2), डॉ. कृतिका त्यागी (PG JR-1), और डॉ. लामिन (PG JR-1) ने भी छात्रों को एनाटॉमी लैब में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की।डॉ. ज्योति जुयाल पंत, प्रिंसिपल, ने इस दौरे को छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि एनाटॉमी लैब में व्यावहारिक अनुभव से छात्रों की समझ गहरी होती है और यह उनके भविष्य के चिकित्सा करियर में सहायक होगा।डायरेक्टर सर श्री तुषार सिंघल (SIMS College) ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे शैक्षिक दौरों से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होता है, जो उनकी अकादमिक और पेशेवर दक्षता को मजबूत करता है। डॉ. शेफाली और सुश्री स्वेता ने भी छात्रों को एनाटॉमी लैब में विभिन्न प्रक्रियाओं की जानकारी दी और उनके सवालों के उत्तर देकर उन्हें बेहतर समझ प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह लैब अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित तकनीकें शामिल हैं, जो छात्रों को शारीरिक संरचनाओं और प्रक्रियाओं को गहराई से समझने में सहायता करती हैं।
छात्रों ने इस शैक्षिक अवसर को लेकर अपनी उत्सुकता और आभार प्रकट किया और बताया कि इस दौरे ने उनके एनाटॉमिकल ज्ञान को और भी मजबूत किया है। सुषिला इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज प्रबंधन, गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों और प्रशासन का इस शैक्षिक अनुभव को संभव बनाने के लिए हार्दिक धन्यवाद करता है।SIMS उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से भविष्य के चिकित्सा क्षेत्र के लिए तैयार कर रहा है।
