उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
‘न्यूट्रेसी लाइफस्टाइल’ की फाउंडर व एमबीबीएस न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर रोहिणी पाटील के अनुसार, दूध अमीनो एसिड ट्रिप्टोफन का नैचुरल सोर्स होता है जिससे मूड और स्लीप को रेगुलेट करने वाले न्यूरोट्रांसमिटर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन रिलीज़ होते हैं। उनके मुताबिक, शाम में दूध पीने का शरीर पर अच्छा असर होता है जिससे आराम मिलता है और नींद की गुणवत्ता सुधरती है।
