उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
देहरादून। मुंबई स्थित Curious Eyes Cinema के बैनर तले बनी शॉर्ट फिल्म ‘रेन्स डोंट मेक अस हैप्पी एनीमोर’ (Rains Don’t Make Us Happy Anymore) को यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित डॉक्यूमेंट्री फिल्म फेस्टिवल विज़न्स दू रिएल (Visions du Réel) में आधिकारिक रूप से चयनित किया गया है। यह फेस्टिवल 4 अप्रैल से 13 अप्रैल 2025 के बीच स्विट्ज़रलैंड के न्यों शहर में आयोजित होगा।
यह फिल्म उत्तराखंड की एक दुर्लभ और तेजी से विलुप्त होती जा रही जौनसारी जनजाति पर आधारित है। इसे 10 अप्रैल 2025 को विज़न्स दू रिएल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। फिल्म के लेखक और निर्देशक यशस्वी जुयाल हैं, जबकि इसे शरद मेहरा ने क्यूरियस आइज़ सिनेमा (Curious Eyes Cinema) के तहत प्रोड्यूस किया है।
प्रोड्यूसर शरद मेहरा कहते हैं,
“हम इस प्रतिष्ठित फेस्टिवल में अपनी फिल्म के चयन को लेकर बेहद उत्साहित हैं, जहां इस साल 57 देशों की 154 फिल्मों को दिखाया जाएगा। यह हमारे लिए अपने जुनून और कड़ी मेहनत को दुनिया के सामने लाने का एक बेहतरीन मंच है, और हम दर्शकों को इस अनुभव का हिस्सा बनाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”
फिल्म का विषय यह डॉक्यूमेंट्री उत्तराखंड के जौनसार-बावर क्षेत्र के लोहारी गाँव में फिल्माई गई है, जो जौनसारी जनजाति का घर है। जौनसारी समुदाय अपनी अनूठी संस्कृति, पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों और सीढ़ीदार खेती के लिए जाना जाता है। वे पारंपरिक रूप से गेहूं, जौ और दालें उगाते रहे हैं, लेकिन आधुनिक समय में युवाओं के शहरों की ओर पलायन के कारण उनकी संस्कृति धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है। फिल्म के निर्देशक यशस्वी जुयाल कहते हैं।
“यह फिल्म हिमालय में बन रहे जल विद्युत परियोजनाओं और बांधों के कारण हो रहे विस्थापन की गंभीर समस्या को उजागर करती है। यह न केवल जमीन पर बल्कि यहाँ के लोगों पर पड़ने वाले गहरे प्रभाव को भी दिखाती है। हिमालयी समुदायों की कहानियों को बहुत कम प्रतिनिधित्व मिलता है, इसलिए इस फिल्म का इस प्रतिष्ठित फेस्टिवल में चुना जाना हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। हम इस महत्वपूर्ण कहानी को दुनिया के साथ साझा करने के लिए बेहद उत्साहित हैं।”
Curious Eyes Cinema के बारे में क्यूरियस आइज़ सिनेमा (Curious Eyes Cinema [CEC]) मुंबई स्थित एक नई पीढ़ी की प्रोडक्शन कंपनी है, जो प्रभावशाली, सार्थक और प्रेरणादायक कंटेंट बनाने के लिए समर्पित है। यह उभरते हुए प्रतिभाशाली फिल्मकारों और अनसुनी कहानियों को एक मंच देने का प्रयास करता है। CEC का उद्देश्य सिनेमा की सीमाओं को आगे बढ़ाते हुए दर्शकों से गहराई से जुड़ना है।शरद मेहरा के बारे में
शरद मेहरा एक दूरदर्शी रणनीतिकार और विचारक हैं, जिनका विभिन्न उद्योगों में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने वैश्विक टीमों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है और नवाचार व रणनीतिक विकास को आगे बढ़ाया है। उन्हें कहानियाँ सुनाने और सार्थक कंटेंट बनाने का गहरा जुनून है।यशस्वी जुयाल के बारे में उत्तराखंड के यशस्वी जुयाल एक स्व-शिक्षित फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक हैं। उनकी शॉर्ट फिल्म ‘द लास्ट रोडोडेंड्रन’ (The Last Rhododendron) को धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में जेंडर सेंसिटिविटी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था और मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2022 में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित किया गया था। 2024 में, उन्हें नेटफ्लिक्स द्वारा बुसानअंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (Busan International Film Festival) के लिए भारत से Fund for Creative Equity प्रतिभागियों में से एक के रूप में चुना गया। उनकी पहली फीचर फिल्म इंक-स्टेन्ड हैंड एंड द मिसिंग थंब (Ink-Stained Hand & The Missing Thumb) हांगकांग अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (Asia Film Financing Forum [HAF])के एशिया फिल्म फाइनेंसिंग फोरम में चयनित 15 परियोजनाओं में शामिल हुई है।
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March 18, 2025