
उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो

विमल नेगी की माैत मामले पर परिजनों व कर्मचारियों कमें आक्रोश बढ़ गया है। विमल नेगी की पार्थिव देह को लेकर परिजन पावर कॉरपोरेशन के बीसीएस कार्यालय के बाहर पहुंचे।
पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध हालात में मौत के बाद उनके परिजनों और कर्मचारियों में उबाल है। विमल नेगी के नौ दिन तक लापता होने के बाद बिलासपुर जिले में गोबिंद सागर झील में शव मिला था। बुधवार दोपहर बाद करीब सवा तीन बजे परिजन बिलासपुर एम्स से शव लेकर पावर कॉरपोरेशन के बीसीएस मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने यहां कार्यालय के बाहर शव रखकर घंटों तक धरना-प्रदर्शन किया। परिजनों ने प्रदेश सरकार से पावर कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा, निदेशक इलेक्ट्रिक देशराज को सस्पेंड करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। परिजन इस बात पर अड़े रहे कि जब तक प्रदेश सरकार इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो वह शव नहीं उठाएंगे। इसके बाद गुस्साए परिजनों और पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों ने बीसीएस-न्यू शिमला मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान परिजनों ने एमडी हरिकेश मीणा, निदेशक देशराज और निदेशक पर्सनल शिवम प्रताप के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
दोपहर करीब 3:00 बजे के करीब परिजन एंबुलेंस के माध्यम से शव को बिलासपुर एम्स से लेकर पहुंचे। इससे पहले ही यहां पर उनके परिजन और कॉरपोरेशन के कर्मचारी पहुंच गए थे। शव के पहुंचते ही परिजनों के सब्र का बांध टूट गया और वह फूट-फूटकर रोने लगे। परिजनों का विलाप देखकर मौके पर मौजूद कर्मचारियों और अधिकारियों की आंखें भी नम हो गईं। मामले की सूचना मिलते ही कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी भी परिवार को ढांढस पहुंचाने के लिए पहुंचे। उनसे परिजनों ने एमडी और निदेशक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सस्पेंड करने की मांग उठाई।
विमल नेगी के मामा राजेंद्र नेगी ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमें सरकार पर भरोसा नहीं है। इसको देखते हुए मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। परिजनों में इस बात को लेकर भी नाराजगी थी कि विमल नेगी के लापता होने के बाद भी उन्हें इस बारे में कॉरपोरेशन प्रबंधन की ओर से समय पर सूचना नहीं दी गई। शाम करीब 4:15 बजे तक प्रदेश सरकार ने जब मामले में आरोपों के घेरे में आए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो इससे नाराज परिजन और कर्मचारी कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया। इस दौरान परिजनों के साथ ही कर्मचारी भी बैठ गए और प्रदेश सरकार की ब्यूरोक्रेसी और एमडी और निदेशक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शाम करीब 6:00 बजे तक परिजन सड़क से हटने को तैयार नहीं थे। इसकी सूचना मिलते ही उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और एसपी संजीव कुमार गांधी मौके पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाने के साथ ही समझाने का प्रयास भी किया। इस दौरान पूर्व विधायक सूरत नेगी भी परिजनों के साथ सड़क पर बैठकर सरकार से कार्रवाई की मांग की। गलत काम करने के लिए बनाया जा रहा था दबाव, आत्महत्या नहीं ये हत्या है : किरण नेगी
विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने आरोप लगाया कि उनके पति पर गलत काम करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। चीफ इंजीनियर स्तर के अधिकारी को एक-एक घंटे तक ऑफिस में फाइल लेकर खड़ा किया जाता था। जिस तरह से पूरा वाकया पेश आया है, उससे साफ है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। उन्होंने बताया कि उनके पति बीमार चल रहे थे। डॉक्टर ने तीन दिन का रेस्ट करने के लिए कहा था लेकिन फिर भी जबरदस्ती उनसे काम करवाया जाता था। उन्होंने कहा कि काम करने से कोई दबाव में नहीं आता है, वह पिछले 22 सालों से काम कर रहे थे लेकिन उन पर गलत काम करने के लिए बार-बार दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने मांग उठाई कि सरकार कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक इलेक्ट्रिक देशराज को सस्पेंड करे। उन्होंने मांग की कि प्रदेश सरकार पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाए, तो सबकुछ साफ हो जाएगा। हरिकेश मीणा और निर्देशक इलेक्ट्रिकल देशराज को हटाया, ओंकार को जांच का जिम्मा
राज्य सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को मामले की जांच का जिम्मा साैंपा है। वे 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सरकार को साैंपेंगे। बुधवार शाम को सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। पावर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा और निर्देशक इलेक्ट्रिकल देशराज को निगम की सेवाओं से हटा दिया गया है। जांच पूरी नहीं होने तक दोनों अधिकारी काॅरपोरेशन कार्यालय में ड्यूटी नहीं देंगे। आईएएस अधिकारी राकेश प्रजापति को दिया पावर कॉरपोरेशन एमडी का अतिरिक्त कार्यभार दिया है। जबकि सुरेंद्र कुमार को निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
विमल नेगी को श्रद्धांजलि की अर्पित
पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय के बाहर चीफ इंजीनियर विमल नेगी को परिजनों, रिश्तेदारों, कॉरपोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान अन्य विभागों से भी बड़ी संख्या में उनके परिचित और किन्नौर जिले से संबंध रखने वाले लोग पहुंचे थे। जिला प्रशासन की ओर से एडीसी अभिषेक वर्मा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर ज्योति राणा, एएसपी रतन सिंह नेगी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बिलासपुर एम्स में भी हुआ प्रदर्शन
इससे पहले बुधवार सुबह एम्स बिलासपुर में नेगी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस दाैरान पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों ने एम्स परिसर में प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने हरिकेश मीणा मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शन के में किन्नाैर से आए लोग भी शामिल हुए। पोस्टमार्टम के बाद फूलों से सजाई एंबुलेंस में कर्मचारियों ने विमल नेगी की पार्थिव देह को बिलासपुर से विदा किया। इस दाैरान विमल नेगी अमर रहे के नारे लगाए। साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई। फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। मौत कैसे हुई है, यह जांच के बाद पता चलेगा।